Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं, जिनमें एप्पल के पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल भी शामिल हैं. लॉरेन पॉवेल ने मकर संक्रांति के अवसर पर शाही स्नान के समय संगम में डुबकी नहीं लगाई. स्वामी कैलाशानंद गिरी, जो निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर और निरंजन पीठाधीश्वर हैं, ने बताया कि लॉरेन पॉवेल को थोड़ी परेशानी है, जिसके कारण उन्होंने शाही स्नान के समय डुबकी नहीं लगाई. लॉरेन पॉवेल स्वामी कैलाशानंद के शिविर में ठहरी हुई हैं, और भीड़भाड़ से बचने के लिए उन्होंने अलग से स्नान की व्यवस्था करवाई है. स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि लॉरेन को हल्की एलर्जी हुई है और वे भीड़ में रहने की आदत नहीं रखतीं.
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स्वामी कैलाशानंद ने बताया कि लॉरेन पॉवेल बहुत सरल और सहज हैं. वे शिविर में पूजन और हवन में भाग ले रही हैं. महाकुंभ में उनकी भागीदारी को लेकर सनातन परंपरा के प्रति उनकी गहरी आस्था का संकेत मिलता है. स्वामी कैलाशानंद ने लॉरेन को ‘कमला’ नाम दिया है और उन्हें अपना गोत्र भी प्रदान किया है. लॉरेन पॉवेल ने स्वामी कैलाशानंद को अपना गुरु माना है और वे यहां कल्पवास भी करेंगी.
गौरतलब है कि इस बार शाही स्नान को ‘अमृत स्नान’ का नाम दिया गया है. मकर संक्रांति के दिन पहला अमृत स्नान संगम पर हो रहा है, जिसमें सभी तेरह अखाड़े तय क्रम और समय के अनुसार स्नान कर रहे हैं. इसके अलावा, लाखों श्रद्धालु भी विभिन्न घाटों पर पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं.