महाकुंभ का आयोजन वक्फ की जमीन पर किया जा रहा? शहाबुद्दीन रजवी को साध्वी ऋतंभरा ने दिया करारा जवाब

Maha Kumbh Mela 2025 Waqf Land: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ मेला का आयोजन किया जा रहा है. एक ओर इसकी तैयारी तेजी से हो रही है, तो दूसरी ओर इसको लेकर विवाद भी खड़ा किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि वक्फ की जमीन पर महाकुंभ किया जा रहा है.

By ArbindKumar Mishra | January 5, 2025 8:57 PM

Maha Kumbh Mela 2025 Waqf Land: महाकुंभ का आयोजन वक्फ की जमीन पर किए जाने का दावा करने वाले बयान पर साध्वी ऋतंभरा और वीएचपी ने मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी को करारा जवाब दिया है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दावे का समर्थन किया है. साध्वी ऋतंभरा ने कहा, “महाकुंभ में सभी को शामिल होना चाहिए. 12 कुंभ के बाद ऐसा ‘महापूर्ण कुंभ’ आता है. उन्होंने कहा, वक्फ की सभी संपत्तियां सरकारी होनी चाहिए.” “जिन्होंने देश को धर्म के आधार पर बांटा, वे वक्फ की साजिश के तहत भारत की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, इस साजिश को रोका जाना चाहिए. महाकुंभ को लेकर कोई राजनीति नहीं हो रही है, यह धर्म और पुण्य पाने का स्थान है.”

विहिप प्रवक्ता ने कहा- कुंभ तब से आयोजित किया जा रहा है जब इस्लाम अस्तित्व में नहीं था

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी को करारा जवाब देते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा- “नमाजवादी पार्टी और ‘नमाजवादी गैंग’ – एक कह रहा है कि धर्मांतरण हो रहा है, जबकि दूसरा दावा कर रहा है कि यह (महाकुंभ) वक्फ बोर्ड की जमीन पर आयोजित किया जा रहा है. यह कुंभ तब से आयोजित किया जा रहा है जब इस्लाम अस्तित्व में नहीं था. यह वक्फ बोर्ड की पोल खोलता है. मुझे लगता है कि सभी मौलाना जिन्ना की लाइन पर चल रहे हैं और जो उन्होंने कहा था – ‘लड़के लिया पाकिस्तान, कर लेंगे हिंदुस्तान’. गजवा-ए-हिंद का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा और अगर आप ऐसी बेतुकी बातें कहते रहेंगे, तो इसका नतीजा आपके लिए नकारात्मक ही होगा.”

यह भी पढ़ें: Mahakumbh Mela 2025 : पानी, जमीन और आकाश से होगी श्रद्धालुओं की सुरक्षा, महाकुंभ के लिए की गई खास तैयारी

ये भी पढ़ें : Mahakumbh Mela 2025: महाकुंभ में चाबी वाले बाबा, 32 साल से स्नान नहीं करने वाले महाराज आकर्षण का केंद्र

Next Article

Exit mobile version