कांग्रेस ने भूपेश बघेल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपों को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री एवं उनकी सरकार की छवि धूमिल करने की ‘साजिश’ करार देते हुए शनिवार (चार नवंबर) को कहा कि राज्य की जनता इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को करारा जवाब देगी. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बीजेपी की हार निश्चित देखकर ईडी का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग शुरू कर दिया है. प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को दावा किया था कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया है, जिसने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया है. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य में अपने चुनाव प्रचार अभियान के वित्तपोषण के लिए अवैध सट्टेबाजी में शामिल लोगों द्वारा लाए गए हवाला धन का उपयोग किया. बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुर्ग में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि महादेव ऐप घोटालों के तार ‘उन’ तक जाते हैं. पीएम का इशारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर था.
ईडी बीजेपी का आखिरी हथियार : जयराम रमेश
बीजेपी के इन आरोपों के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘बीजेपी की हार निश्चित है और इसीलिए सीबीआई एवं ईडी का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग शुरू कर दिया गया है. यह प्रतिशोध की राजनीति है.’ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पांच राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. जब बीजेपी देखती है कि उसके हाथ से चीजें निकल गईं हैं, तो अपने आखिरी हथियार ईडी का इस्तेमाल करती है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- ‘तोता’ है ईडी
वेणुगोपाल ने कहा कि इस पूरी कार्रवाई का मकसद भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ सरकार की छवि को धूमिल करना है. यह साजिश प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने रची है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता बीजेपी को इसका करारा जवाब देगी. वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने आरोप लगाया कि ईडी का कार्यालय झूठ का कार्यालय है और असल में यह एजेंसी ‘तोता’ है.
सात और 17 नवंबर को छत्तीसगढ़ में मतदान
बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीट के लिए दो चरणों में सात नवंबर और 17 नवंबर को मतदान होना है. सभी 90 सीटों पर मतगणना तीन दिसंबर को होगी. देश के पांच राज्यों छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में सात से 30 नवंबर के बीच अलग-अलग चुनाव होने हैं. सभी राज्यों में हुए चुनावों की मतगणना तीन दिसंबर को होगी.