Mahakumbh 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर हर स्तर पर जोर-शोर से तैयारी चल रही है. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने की व्यवस्था की गयी है. इस आयोजन में करोड़ों लोगों के शामिल होने की संभावना है. समग्र प्लानिंग और आधुनिक तकनीक का उपयोग कर इस बड़े आयोजन में लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. महाकुंभ में नेत्र कुंभ लगाया गया है और इसका मकसद आंख की परेशानी का सामना कर रहे लोगों का इलाज करना है.
इस दौरान 3 लाख चश्मा बांटने और पांच लाख लोगों काे ओपीडी में इलाज करने का लक्ष्य रखा गया है. दस एकड़ में बने नेत्र कुंभ में रोजाना 10 हजार लोगों के नेत्र जांच की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए दर्जनों डॉक्टर तैनात रहेंगे. इस बार सरकार की कोशिश गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का है. इसके अलावा परेड ग्राउंड पर सेंट्रल हॉस्पिटल काम कर रहा है. इस हॉस्पिटल में 100 बेड है, जिसमें ओपीडी से लेकर आईसीयू की सुविधा उपलब्ध है.
मरीजों को नहीं होगी भाषायी दिक्कत
इसके अलावा ईसीजी की सुविधा और सेंट्रल पैथोलॉजी लैब बनाया गया है, जहां रोजाना 100 टेस्ट हो सकता है. श्रद्धालुओं के लिए 50 तरह के टेस्ट मुफ्त में उपलब्ध होंगे. साथ ही डॉक्टर और मरीज के बीच भाषा के कारण संवाद करने में परेशानी नहीं हो, इसके लिए एआई तकनीक का उपयोग होगा. 22 क्षेत्रीय और 19 विदेशी भाषा में डॉक्टर और मरीज संवाद कर सकेंगे. कुंभ में लाखों लोग ट्रेन से यात्रा करेंगे.
यात्रियों को किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से बचाने के लिए प्रयागराज और आसपास के स्टेशन पर मेडिकल ऑर्ब्जवेशन रुम बनाया गया है और यह 24 घंटे काम करेगा. इसके लिए डॉक्टर नर्स और फार्मासिस्ट को तैनात किया गया है. इसके अलावा देश के लगभग 240 डॉक्टर महाकुंभ में स्वास्थ्य सेवा की निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं. इसके अलावा आयुष हॉस्पिटल की भी सुविधा उपलब्ध होगी, जिसमें ओपीडी सेवा रहेगी. मोबाइल आयुष क्लिनिक के अलावा विशेष योग कैंप का भी आयोजन किया जायेगा.