मुंबई : महाराष्ट्र में सियासी घमसान के बीच सूबे के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुख्यमंत्री सह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की. वहीं, भाजपा नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस महाराष्ट्र पुलिस में ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में कथित भ्रष्टाचार मामले को लेकर केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात की. साथ ही उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की. केंद्रीय गृह सचिव ने फड़णवीस को आश्वासन दिया है कि दस्तावेजों और सबूतों की पड़ताल करेंगे. साथ ही केंद्र सरकार को रिपोर्ट मिलने पर उचित कार्रवाई करेगी.
बैठक से पूर्व चर्चा थी कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृहमंत्री के बीच पुलिस महानिदेशक सुबोध जायसवाल की रिपोर्ट पर चर्चा हुई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में पता चला कि खुफिया विभाग की तत्कालीन आयुक्त रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट पर चर्चा हुई है. मालूम हो कि महाराष्ट्र पुलिस में ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार से संबंधित बातचीत को टैप किया गया था.
मालूम हो कि भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस ने संवाददाता सम्मेलन में दावा किया है कि खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर महाराष्ट्र सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. बताया जाता है कि इस रिपोर्ट में पुलिस अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग और नियुक्ति में भ्रष्टाचार से संबंधित बातचीत का ऑडियो है.
पूर्व मुख्यमंत्री फड़णवीस ने दावा किया है कि राज्य सरकार से जरूरी अनुमति लेने के बाद ही तत्कालीन खुफिया आयुक्त रश्मि शुक्ला ने फोन टैप किये गये थे. बातचीत में कई पुलिस अधिकारियों के नामों पर चर्चा भी गयी है. इस बातचीत का डेटा भी भाजपा नेता के पास है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पिछले साल अगस्त माह में ही रिपोर्ट सौंपे जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी. भाजपा नेता फड़णवीस ने दावा किया है कि 15 फरवरी से 27 फरवरी के बीच कोरेंटिन रहने के दौरान गृहमंत्री मंत्रालय भी गये थे. उन्होंने कहा कि 17 फरवरी को सह्याद्री अतिथि गृह और 24 फरवरी को मंत्रालय जाने का रिकॉर्ड है, जो वीआईपी लोगों के आवागमन का पुलिस रिकॉर्ड रखती है.
इधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख जयंत पाटिल ने खुफिया आयुक्त रश्मि शुक्ला के फोन टैप करने पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि उन्हें फोन टैप करने की अनुमति किसने दी. उन्होंने कहा है कि किसके निर्देश पर फोन टैपिंग हुई थी. किसने अनुमति दी थी. मामले की पूरी जांच किये जाने की जरूरत है.
गौरतलब हो कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर व होमगार्ड के डीजी परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज बुधवार को सुनवाई होनी है. परमबीर सिंह ने अपनी याचिका में गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने मुंबई के पुलिस कमिश्नर से होमगार्ड में तबादला किये जाने के आदेश को रद्द करने की मांग की है.
मालूम हो कि देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो मिलने और बाद में गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन का शव मिलने के बाद मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के कई अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था. इनमें आईपीएस से लेकर पुलिस इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर भी शामिल थे.