मुंबई : बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ विवाद के बीच उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान सामने आया है. शिवसेना चीफ ने कहा – उनकी खामोशी को कमजोरी न समझें.
दरअसल कोरोना और कंगना रनौत मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. उसी का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने ये बात कही. उद्धव ने कहा, कुछ लोगों को लग सकता है कि अब कोरोना खत्म हो गया है और उन्हें अपनी राजनीति फिर से शुरू करनी चाहिए. मैं राजनीति की बात नहीं करूंगा, लेकिन महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश है. मेरी चुप्पी का मतलब यह नहीं है कि मेरे पास जवाब नहीं है.
उन्होंने आगे कहा, राज्य को बदनाम करने का षड्यंत्र चल रहा है, उनकी सरकार कोविड-19 के हालात से निपटने के लिए प्रभावी तरीके से काम कर रही है.
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राजनीतिक और कोरोना वायरस दोनों ही मोर्चे पर विरोधियों की आलोचनाओं का सामना कर रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने टेलीविजन पर जनता को संबोधित करते हुए कहा, जो भी राजनीतिक तूफान आएगा, मैं उसका सामना करूंगा…मैं कोरोना वायरस से भी मुकाबला करूंगा.
Some people may feel that now #Corona is over, and they should start their politics again. I will not talk about politics but there is a conspiracy to discredit Maharashtra. My silence doesn't mean that I don't have answers: Maharashtra CM Uddhav Thackeray
— ANI (@ANI) September 13, 2020
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले 10 लाख के पार होने के एक दिन बाद ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार ने महामारी से निपटने के लिए प्रभावी कार्य किया है. अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित कार्यालय के एक हिस्से को ढहाने और अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में राज्य सरकार के कदमों को लेकर राजनीतिक आलोचनाओं की पृष्ठभूमि में बोलते हुए ठाकरे ने लोगों को भरोसा दिया कि वह राजनीतिक संकट से भी लड़ेंगे.
ठाकरे ने कहा, राजनीति पर जवाब देने के लिए मुझे मुख्यमंत्री का मुखौटा उतारना होगा. मैं नहीं बोलता इसका यह मतलब नहीं कि मेरे पास जवाब नहीं है.
उद्धव ठाकरे ने कोरोना संकट के बीच मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मार्च प्रदर्शन पर कहा, महामारी के दौरान मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर मार्च, प्रदर्शन न करें.
Posted By – Arbind Kumar Mishra