मुंबई : कोरोना के खिलाफ जंग को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच छिड़ी राजनीतिक तकरार में महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष नड्डा पर आरोप लगाए हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कोरोना न संभाल पाने से जो जानें गई हैं, उसका गुस्सा सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निकाला है. पटोले का यह बयान तब सामने आया है, जब मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कांग्रेस पर कोविड-19 के खिलाफ जारी देश की लड़ाई में लोगों को गुमराह करने और भय का झूठा माहौल पैदा करने का आरोप लगाया है.
एएनआई समाचार एजेंसी को दिए बयान में महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कोरोना न संभाल पाने से जो जानें गई हैं, उसका गुस्सा सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निकाला है. उन्होंने कहा कि जनता पूछ रही है कि कितने साल आप कांग्रेस को गाली देकर सत्ता में रहेंगे. केंद्र अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल रहा है.
अपने बयान में पटोले ने कहा, ‘केंद्र ने कहा कि केंद्र और राज्य मिलकर मुफ्त वैक्सीनेशन कर रहे हैं. यही झूठ उसने सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा है. केंद्र सरकार का जिस तरह झूठा एफिडेविट देकर और उसमें सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है, कहना संवैधानिक व्यवस्था की आत्मा को खत्म करने का काम है.’
बता दें कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को कांग्रेस पर कोरोना के खिलाफ जारी देश की लड़ाई में लोगों को गुमराह करने और भय का झूठा माहौल पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने अपने आरोप में कहा कि संकट के इस दौर में राहुल गांधी सहित उसके नेताओं के व्यवहार को छल कपट और ओछेपन के लिए याद किया जाएगा. नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे चार पन्नों की एक चिट्ठी में यह आरोप लगाए हैं.
इससे पहले, सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी ने कोरोना प्रबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की थी. इसके बाद मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों सहित पार्टी के अन्य नेताओं पर टीकों को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह स्थिति ऐसे समय में पैदा की गई, जब देश संकट से जूझ रहा है और वह भी सदियों में एक बार आने वाली महामारी से.
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विज्ञान में अटूट विश्वास, नवोन्मेष को समर्थन, सहकारी संघवाद के साथ वैश्विक महामारी से निपटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह संकट के इस काल में कांग्रेस के रवैये से दुखी हैं, लेकिन आश्चर्यचकित नहीं हैं. कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने देश में कोरोना महामारी की गंभीर स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए सोमवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी गलतियां स्वीकार करना चाहिए और इस महामारी से लड़ने के लिए पूरी तरह समर्पित होना चाहिए.
Posted by : Vishwat Sen