महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए राज्य के लोगों को होली सादे तरीके से मनानी चाहिए और भीड़ लगाने से बचना चाहिए. इस साल होली का त्योहार 28 मार्च को और रंग पंचमी उसके अगले दिन 29 मार्च को मनायी जानी है .
Also Read: महाराष्ट्र में लग गया नाइट कर्फ्यू,अगर हालात बेहतर नहीं हुए तो लग सकता है संपूर्ण लॉकडाउन
सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘त्योहार सादे तरीके से मनाया जाना चाहिए, दो गज की दूरी का पालन किया जाना चाहिए और कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए जमावड़ों से बचना चाहिए. रंग पंचमी भी सादे तरीके से मनायी जानी चाहिए.” इस बात को रेखांकित करते हुए कि राज्य के कोंकण क्षेत्र में होली पर परंपरागत रूप से ‘पालकी’ निकाली जाती है, राज्य सरकार ने कहा कि यह परंपरा मंदिरों तक सीमित रहे.
Also Read: महाराष्ट्र के बाद अब गुजरात में भी खतरे की घंटी, एक दिन में दो हजार से ज्यादा मामले
साथ ही उसने स्थानीय प्रशासन से उचित व्यवस्था करने को भी कहा है. सरकार ने कहा, ‘‘होली या रंग पंचमी के दिन किसी बड़े धार्मिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन ना हो.” राज्य सरकार ने ईसाई समुदाय से भी आग्रह किया कि वे गुड फ्राइडे (दो अप्रैल) और ईस्टर (चार अप्रैल) सादे तरीके से मनाएं और संक्रमण को फैलने से रोकें. सरकार ने कहा कि 28 मार्च से चार अप्रैल तक अगर चर्च में जगह पर्याप्त है तो अधिकतम 50 लोग प्रार्थना में शामिल हों. अगर चर्च छोटा है तो 10-25 लोगों द्वारा ही प्रार्थना की जाए.