सीरियल किलर बनी 22 साल की वैज्ञानिक, 20 दिन में 5 लोगों को मारा, इस केमिकल का किया इस्तेमाल

महाराष्ट्र के नागपुर से एक ऐसी घटना सामने आ रही है जिसे जान कर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए अपने पति और चार ससुराल वालों की हत्या वह भी ऐसी तरकीब से जिसे देख आम आदमी के साथ-साथ पुलिस के भी होश उड़ गए. आइए पढ़ते है पूरी खबर विस्तार से...

By Aditya kumar | October 20, 2023 1:17 PM

Maharashtra Crime : महाराष्ट्र के नागपुर से एक ऐसी घटना सामने आ रही है जिसे जान कर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए अपने पति और चार ससुराल वालों की हत्या वह भी ऐसी तरकीब से जिसे देख आम आदमी के साथ-साथ पुलिस के भी होश उड़ गए. वैवाहिक जीवन से कथित तौर पर परेशान इस शातिर महिला ने घटना को अंजाम देने के लिए ऐसे केमिकल का इस्तेमाल किया था जिसका न तो कोई रंग होता है, ना कोई स्वाद और ना ही गंध और इसे कैमेस्ट्री की भाषा में “जहरों का जहर” कहा जाता है. आखिर क्या है पूरा मामला और कैसे हुआ इसका पर्दाफाश, आइए जानते है विस्तार से…

पिता के मौत का जिम्मेदार ससुराल वालों को मान रही थी महिला

आरोपी महिला का नाम संघमित्रा बताया जा रहा है. साथ ही जानकारी यह भी मिल रही है कि इस घटना में महिला ने अपनी एक मित्र को भी शामिल किया था जिसका नाम रोजा रामटेके बताया जा रहा है. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. एक 22 साल की कृषि वैज्ञानिक महिला का वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं चल रहा था. इस अनबन से परेशान संघमित्रा के पिता ने पांच महीने पहले महाराष्ट्र के अकोला स्थित अपने घर पर खुदकुशी कर ली थी. उसके बाद से ही महिला इस मौत का जिम्मेदार अपने ससुराल वालों को मान रही थी.

सहेली रोजा की मदद से दिया वारदात को अंजाम

इसी वजह से उसने बदल लेने के लिए वैज्ञानिक रिसर्च कर इस बारे में पता लगाया कि कौन से जहर का इस्तेमाल कर वारदात को अंजाम दिया जाए ताकि सुरक्षा एजेंसियों को पता ना लग सके. इसी क्रम में उसे सबसे घातक केमिकल “थैलियम” के बारे में जानकारी मिली जिसका उसने इस्तेमाल किया. इसके बाद उसने गढ़चिरौली के जो कि महाराष्ट्र का माओवाद प्रभावित जिला है एक अज्ञात आदिवासी गांव में अपनी सहेली रोजा की मदद से पति और 4 ससुराल वालों को भी एक-एक कर इस घातक जहरीले केमिकल थैलियम को इंजेक्ट किया.

20 दिनों में 5 लोगों की हत्या

बता दें कि उसने एक ही दिन में इन घटनाओं को अंजाम नहीं दिया, बल्कि इसके लिए उसने कुल 20 दिन लिए. उसके ससुराल वालों के मौत का सिलसिला 20 सितंबर से 10 अक्टूबर के बीच जारी रहा. शुरुआत में जब ऐसी घटना हुई तो डॉक्टर भी हैरान थे क्योंकि मौत का असली कारण उन्हें नहीं चल पा रहा था. लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में इस जहरीलें केमिकल की मौजूदगी के बाद इस मामले की जांच और गहन और तेज हुई. एक-एक कर ऐसी घटना देख जांच की गई तब जाकर थैलियम के बारे में जानकारी मिली.

पुलिस भी भौंचक्की रह गई

इस घटना के अंजाम देने के तरीके को देख पुलिस भी भौंचक्की रह गई है. पुलिस ने जांच के बाद आरोपी महिला को गिरफ्तार किया और उसने आरोपों को कबूला. साथ ही उसने पुलिस की पूछताछ में पूरे मामले की जानकारी दी और यह भी खुलासा किया कि इस घटना में कैसे उसकी सहेली और रिश्तेदार रोजा ने भी साथ दिया था. दोनों को गुरफ्तार कर हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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