Maharashtra Elections: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बागी नेता विश्वजीत गायकवाड ने रविवार को कहा कि उन्होंने उदगीर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन वापस लेने का फैसला किया है. इस सीट से महायुति ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के संजय बंसोडे को मैदान में उतारा है.
फडणवीस ने समझाया और बात बन गई
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्वजीत गायकवाड ने कहा कि उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश का पालन किया है. लातूर के विधायक संभाजीराव पाटिल निलंगेकर ने कहा कि गायकवाड़ एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने हमेशा पार्टी के निर्देशों का सम्मान किया है और अपने कदम पीछे खींच लिए हैं. राज्य में महायुति सरकार को फिर से सत्ता में लाने के लिए उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है.
बागी नेताओं को मनाने की कोशिश जारी
संभाजीराव पाटिल निलंगेकर ने कहा कि अन्य बागी नेताओं के साथ चर्चा जारी है, जिन्होंने आधिकारिक महायुति उम्मीदवारों के खिलाफ पर्चा भरा है और उनके नामांकन वापस लेने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि लातूर जिले के सभी छह निर्वाचन क्षेत्रों में चुनावी लड़ाई सीधे महायुति और महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन के बीच होगी.
विश्वजीत गायकवाड ने मांगा था लातूर लोकसभा से टिकट
एनसीपी उम्मीदवार और मंत्री बनसोडे ने उदगीर में गायकवाड द्वारा किए गए कार्यों को स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि सीट NCP को आवंटित की गई है और सत्तारूढ़ गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक सीट रणनीतिक महत्व रखती है. विश्वजीत गायकवाड पूर्व भाजपा सांसद सुनील गायकवाड के भतीजे हैं. उन्होंने लातूर लोकसभा से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने सुधाकर श्रंगारे को फिर से उम्मीदवार बनाया, जो 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस के शिवाजी कालगे से हार गए थे.