मुंबई : त्योहारी सीजन शुरू होने वाला है. दुर्गा पूजा को लेकर कई राज्यों ने दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं. वहीं महाराष्ट्र सरकार ने भी दुर्गा पूजा और गरबा को लेकर दिशा-निर्देश जारी किये हैं. महाराष्ट्र में दुर्गा पूजा के मौके पर गरबा और डांडिया खेलने की पुरानी परंपरा है. लेकिन कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में लोग गरबा और डांडिया का सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं आयोजित कर पायेंगे. वहीं दुर्गा पूजा के आयोजन के लिए भी सरकार ने कड़े निर्देश जारी किये हैं.
महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देश के मुताबिक लोग घरों में दुर्गा पूजा मना सकते हैं. पंडालों का निर्माण भी कराया जा सकता है, लेकिन घरों में प्रतिमाओं की ऊंचाई 2 फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. साथ ही पंडालों में प्रतिमाओं की ऊंचाई 4 फीट से अधिक नहीं होने चाहिए. गरबा और डांडिया जैसे सामूहिक आयोजनों की इजाजत नहीं है. कोविड-19 से बचाव के लिए जारी प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना होगा.
आपको बता दें कि 30 सितंबर को केंद्र सरकार की ओर से जारी अनलॉक-4.0 की मियाद खत्म हो रही है. केंद्र सरकार कभी भी अनलॉक-5.0 के लिए दिशा-निर्देश जारी कर सकती है. इस दौरान ज्यादा से ज्यादा मामलों में छूट मिलने की उम्मीद है. लेकिन अभी भी सामाजिक आयोजनों के लिए पूरी छूट नहीं दी जा सकती. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कई प्रोटोकॉल अभी भी लागू रह सकते हैं.
Also Read: Durga Puja 2020 : ओपेन पंडाल के साथ प्रवेश व निकासी द्वार होगा अलग, दुर्गा पूजा के लिए सरकार की औपचारिक गाइडलाइन हुई जारी
पश्चिम बंगाल में दो संगठनों ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उत्तरी राज्य में कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ दुर्गा पूजा की अनुमति देने का आग्रह किया. आदित्यनाथ ने सोमवार को एक समीक्षा बैठक में कोविड-19 स्थिति के मद्देनजर अधिकारियों को आगामी त्यौहारों के मौसम में सभी एहतियाती उपाय करने का निर्देश दिया था.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए ममता बनर्जी सरकार ने गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि दुर्गापूजा का आयोजन बड़े पंडाल में हो. साथ ही पंडाल सभी दिशा से खुले हों. पंडाल आने वाले लोगों के लिए मास्क एवं सोशल डिस्टैंसिंग अनिवार्य है. जो मास्क पहन कर नहीं आयेंगे उन्हें मास्क देने की व्यवस्था की जाए. हैंड सैनिटाइजर भी पंडाल परिसर में उपलब्ध कराये जाएं. पर्याप्त संख्या में स्वयंसेवकों की मौजूदगी होनी चाहिए. सभी क्लबों को व्यवस्था के लिए सरकार 50-50 हजार रुपये भी देगी.
Posted By: Amlesh Nandan.