महाराष्ट्र की महिला सांसद का आरोप, शिवसेना सांसद ने जेल में डालने की दी धमकी, लोकसभा अध्यक्ष से की शिकायत
नयी दिल्ली : सचिन वाजे के मामले में उलझी महाराष्ट्र सरकार को एक और झटका लगा है. अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि शिवसेना सांसद अरविंद सावंत (MP Arvind Sawant) ने उन्हें संसद की लॉबी में धमकी दी है. बता दें कि आज लोकसभा सत्र के दौरान महाराष्ट्र का मुद्दा छाया रहा. इस दौरान सांसद नवनीत राणा ने भी महाराष्ट्र सरकार से इस्तीफे की मांग कर दी.
नयी दिल्ली : सचिन वाजे के मामले में उलझी महाराष्ट्र सरकार को एक और झटका लगा है. अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि शिवसेना सांसद अरविंद सावंत (MP Arvind Sawant) ने उन्हें संसद की लॉबी में धमकी दी है. बता दें कि आज लोकसभा सत्र के दौरान महाराष्ट्र का मुद्दा छाया रहा. इस दौरान सांसद नवनीत राणा ने भी महाराष्ट्र सरकार से इस्तीफे की मांग कर दी.
निर्दलीय सांसद का आरोप है कि सदन स्थगन के बाद जब नवनीत राणा संसद ही लॉबी में थीं तो शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने उन्हें जेल में डालने की धमकी दी है. उन्होंने कहा कि बहुत बोलती है, तू महाराष्ट्र में कैसे घुमती है मैं देखता हूं. तेरे को भी जेल में डालेंगे. सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा अध्यक्ष से इस मुद्दे पर कार्रवाई की मांग की है.
आज लोकसभा में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने सवाल उठाया कि जिस पुलिस अधिकारी को 16 वर्ष तक निलंबित रखा गया, उसे महाराष्ट्र में शिवसेना नीत एमवीए सरकार आते ही बहाल क्यों कर दिया गया. गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पिछले हफ्ते पत्र लिखकर दावा किया था कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ रुपये की मासिक वसूली करने को कहा है.
इस पत्र के बाद राज्य में सियासी तूफान आ गया है. भाजपा ने जहां सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, वहीं संसद में भी आज यह मुद्दा जोर शोर से उठा. आज सदन में भाजपा सदस्यों ने महाराष्ट्र गृह मंत्री के खिलाफ लगाये गये आरोपों का मुद्दा उठाया और इस मामले में केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराने तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की.
शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसदों ने जहां इसे अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया, वहीं शिवसेना और कांग्रेस ने केंद्र पर महाराष्ट्र सरकार को गिराने का प्रयास करने का इल्जाम लगाया. इससे पहले, प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठने पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक बात तो स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में वसूली को लेकर सदस्यों ने चिंता व्यक्त की है और इससे सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि देश भर के सांसद चिंतित हैं और इसकी जांच करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि वहां जो कुछ हुआ, वह काफी गंभीर मामला है और यह छोटा मोटा आरोप नहीं है बल्कि 100 करोड़ रुपये की वसूली का आरोप है.
Posted By: Amlesh Nandan.