औरंगाबाद : देश में कोरोना वायरस को नियंत्रण में करने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच कई ऐसी घटनाएं हुईं जो चर्चा का विषय बन गयी. इसी क्रम में एक और घटना सामने आयी है जिसकी चर्चा वर्तमान समय में सबकी जुबान पर हैं. दरअसल अपने खाली समय का इस्तेमाल महाराष्ट्र के एक गांव में एक पिता-पुत्र ने कुआं खोदकर अपने क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर करने में किया. जब बंद में समय बिताने के लिए लोग अलग-अलग रास्ते तलाश रहे थे तब इन दोनों ने एक बेहद जरूरी परेशानी को दूर करने का फैसला लिया और कुआं खोदने में जुट गए.
इन दोनों की मेहनत को प्रकृति का भी साथ मिला और ये दोनों करीब 16 फुट की गहराई में पानी खोजने में सफल रहे. यह परिवार नांदेड़ जिले के मुल्जारा गांव में रहता है और अब इन्हें इस बात की खुशी है कि उनके लिए पानी अब हर समय उपलब्ध है.
सिद्धार्थ देवाके ने बताया कि वह एक ऑटो चालक के रूप में काम करते थे और बंद की वजह से उनका यह काम रूक गया. इसके अलावा वे एक स्थानीय बैंड में भी काम करते थे लेकिन बंद की वजह से यह भी काम बंद हुआ और उनकी आय का स्रोत खत्म हो गया. आय का कोई साधन नहीं और पानी की समस्या भी उनके सामने खड़ी थी. उन्हें रोजमर्रा की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए घर से दूर जाना पड़ता था. इसी दौरान उनके मन में विचार आया कि वह अपने घर के परिसर में ही कुआं खोद लें.
उन्होंने कहा कि वह और उनका बेटा घर पर ही बैठे रहते थे इसलिए पानी की समस्या दूर करने के लिए उन्होंने कुआं खोदने का निर्णय लिया. देवाके जमीन खुदाई का काम करते थे और उनका किशोर बेटा पंकज गड्ढे से मिट्टी हटाने के काम में लगा हुआ था.
पंकज ने कहा कि मैं गड्ढे में प्रवेश करके मिट्टी को बाल्टी में भरता था और मेरे पिता उसे खींच कर निकालते थे. हम इस तरह से 16 फुट गहराई तक खोदते गए और अब हमारे पास पानी है. देवाके ने कहा कि वे दोनों इस काम में तीन-चार दिन तक लगे रहे और अब उनके घर में ही पानी की व्यवस्था हो गई और अब उनके बच्चे कभी भी यहां से पानी ले सकते हैं.
Posted by : Amitabh Kumar