Maharashtra News: MVA में टूट की आशंका, उद्धव गुट ने चुनाव में हार के लिए कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार
Maharashtra CM News: महाराष्ट्र चुनाव में विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही महाविकास अघाड़ी में दरार की आशंका बढ़ती जा रही है. महायुति की हार के लिए सहयोगी पार्टियां एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रही हैं.
Maharashtra CM News: महाराष्ट्र चुनाव में महाविकास अघाड़ी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी शरद पवार गुट में आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं. सभी सहयोगी पार्टियां एक-दूसरे को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रही हैं. शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने गुरुवार को कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस के अति आत्मविश्वास ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी को हराया.
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस थी आत्मविश्वास में
मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दानवे ने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस हर उस जगह अति आत्मविश्वास में थी, जहां उसने चुनाव लड़ा था. उन्होंने कहा, “जहां भी चुनाव हुए – चाहे वह हरियाणा हो, जम्मू और कश्मीर हो या महाराष्ट्र – यह अति आत्मविश्वास स्पष्ट था. राहुल गांधी और कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के दौरान कड़ी मेहनत की और इंडिया ब्लॉक ने भी परिणाम देखे, लेकिन वे अति आत्मविश्वास में थे”.
शिवसेना (यूबीटी) नेता का खुलासा, सीट बंटवारे में उलझी महाविकास अघाड़ी
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया, महा विकास अघाड़ी आखिरी दिन तक सीट बंटवारे की बातचीत में उलझी रही. जबकि उन दिनों को जनता से बातचीत करने में बिताना चाहिए था. कुछ सीटें शिवसेना को दी जानी चाहिए थीं, लेकिन कांग्रेस सहमत होने को तैयार नहीं थी. कांग्रेस ने ऐसा व्यवहार किया जैसे मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह ही उनके लिए मायने रखता हो.
उद्धव ठाकरे का नाम मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करने से नतीजे अलग होते
शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने कहा, अगर उद्धव ठाकरे का नाम मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया जाता, तो नतीजे अलग होते. उन्होंने आगे कहा, लोकसभा चुनाव के बाद, कांग्रेस के सदस्य पहले से ही सूट और टाई पहनने की तैयारी कर रहे थे, यह सोचकर कि उन्हें कौन से विभाग मिलेंगे. वे चुनाव परिणामों पर चर्चा भी नहीं कर रहे थे.
महाराष्ट्र चुनाव का रिजल्ट ऐसा रहा
280 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि उसके सहयोगी दलों- एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 41 सीटें मिलीं. वहीं महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) को सिर्फ 20 सीटें मिलीं, कांग्रेस ने 16 और एनसीपी (शरद पवार गुट) ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की.