Maharashtra: मुंबई में टला बड़ा हादसा, लोकल ट्रेन पटरी से उतरी, सेवाएं बाधित
मध्य रेलवे के CPRO डॉ शिवराज मानसपुरे ने घटना पर बात करते हुए बताया कि, यह एक खाली इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (EMU) रेक था और इसमें कोई भी यात्री सवार नहीं था. ट्रेन में किसी के न मौजूद होने की वजह से इस हादसे में कोई भी हताहत नहीं हुआ.
Maharashtra: ठाणे जिले के अंबरनाथ रेलवे यार्ड में आज एक बड़ा हादसा टल गया है. यार्ड में आज सुबह एक खली लोकल ट्रेन पटरी से उतर गयी है. सामने आयी जानकारी के मुताबिक इस हादसे में कोई भी हताहत नहीं हुआ है. लेकिन, हादसे की वजह से सेवाएं जरूर बाधित हो गयी हैं. बता दें ट्रेन की बोगी पटरी से उतरने की वजह से कल्याण से लेकर कर्जत स्टेशन तक मेन लाइन बाधित हो गयी है. मध्य रेलवे की मानें तो यह घटना आज सुबह के करीबन 8 बजकर 25 मिनट के आसपास घटी. यह घटना मुंबई से लगभग 50 किलोमीटर दूर खाली ट्रेन के डिब्बे ट्राली का एक पहिया पटरी से नीचे उतर गया जिस वजह से रेलवे सेवाएं बाधित हुई.
ट्रेन में कोई भी यात्री मौजूद नहीं
मध्य रेलवे के CPRO डॉ शिवराज मानसपुरे ने घटना पर बात करते हुए बताया कि, यह एक खाली इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (EMU) रेक था और इसमें कोई भी यात्री सवार नहीं था. ट्रेन में किसी के न मौजूद होने की वजह से इस हादसे में कोई भी हताहत नहीं हुआ. फिलहाल, पटरी से उतरी इस खाली रेक को फिर से पटरी पर लाने और इस मार्ग पर सेवाएं दोबारा शुरू करने के लिए हर कोशिश की जा रही है. लोकल ट्रेन सर्विस की बदौलत करीब 40 लाख यात्री सफर करते हैं. अगर यह ट्रेन खाली नहीं होती तो जान माल को काफी नुकसान हो सकता था.
Maharashtra | An empty rake of Electrical Multiple Unit (EMU) derailed at Ambarnath railway station, Mumbai, today at around 8.25 am. No casualties reported. Down traffic between Kalyan to Karjat will be affected: CPRO CR pic.twitter.com/NZCFpriXdE
— ANI (@ANI) June 18, 2023
इससे पहले भी पटरी से उतरी कई ट्रेनें
बता दें इससे पहले 2 जून की शाम एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ. इस हादसे में कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी में जबरदस्त टक्कर हो गयी. यह घटना बहनागा स्टेशन के पास घटी थी. इस भीषण हादसे में 291 लोग मारे गए थे जबकि, 1100 से अधिक घायल बताये जा रहे थे. इस घटना के कुछ ही दिनों बाद 5 जून को ओडिशा के बारगढ़ में एक ट्रेन पटरी से उतर गयी थी. यह एक मालगाड़ी थी और जिले के मेंधापाली के पास एक निजी सीमेंट फैक्ट्री द्वारा संचालित की जाती थी.