भाजपा के पूर्व सहयोगी शिवसेना का कट्टर-कांग्रेसी रुख, ममता बनर्जी को बड़ा झटका
भाजपा का पूर्व सहयोगी दल शिवसेना सांसद संजय राउत(Shiv Sena MP Sanjay Raut) ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए में शामिल होने के संकेत दिए हैं. वहीं, इससे बीजेपी के खिलाफ तीसरे मोर्चे को एकजुट करने जुटीं ममता बनर्जी बड़ा झटका लग सकता है.
भाजपा के पूर्व सहयोगी रहे शिवसेना का कट्टर-कांग्रेसी रुख देखने को मिल रहा है. एक निजी मीडिया चैनल में दिए इंटरव्यू में शिवसेना सांसद संजय राउत(Shiv Sena MP Sanjay Raut) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी(Rahul Gandhi) से हुए अपनी बैठक का जिक्र किया.उन्होंने बताया कि राहुल गांधी से यूपीए को पुनर्जीवित करने का आग्रह किया. इस दौरान उन्होंने ये भी संकेत दिए हैं कि शिवसेना कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए(संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) में शामिल हो सकती है.
आपको बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत(Shiv Sena MP Sanjay Raut) का ये बयान उससे बिल्कुल उलट है जिसे लेकर पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुंबई का दौरा किया था. ममता बनर्जी(Mamata Banerjee) को इससे बड़ा झटका लग सकता है क्योंकि टीएमसी लगातार कांग्रेस से दूरी बना रही है, साथ ही बीजेपी के खिलाफ तीसरे मोर्चे को खड़ा करने को लेकर गैर कांग्रेसी दलों को एकजुट करने में लगातार प्रयासरत है. इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने कांग्रेस की खुली आलोचना करते हुए हाल ही में कहा था कि कांग्रेस में क्षमता और नेतृत्व की भारी कमी है. उन्होंने कहा था कि कोई यूपीए नहीं है.
भगवा पार्टी का कट्टर कांग्रेसी रुख
इंटरव्यू के दौरान संजय राउत ने आगे कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र में तीन सदस्यों वाली गठबंधन सरकार चला रही है. महाराष्ट्र में कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर शिवसेना मिलकर मिनी यूपीए चला रही है. जिसे देखते हुए केंद्रीय स्तर पर भी इस व्यवस्था को बहाल करना चाहिए. वहीं, यूपीए में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि मैंने राहुल गांधी से कहा- सभी को आमंत्रित करें. लोग आकर शामिल नहीं होंगे. शादी या समारोह में भी हमे निमंत्रण भेजना होता है. आमंत्रण आने दीजिए, उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे. उन्होंने ये भी बताया कि इन सभी बातों से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे में भी अवगत करा दिया गया है.
वही इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी की प्रशंसा भी की उन्होंने कहा कि लोग राहुल गांधी के बार में जिस तरह से सोचते हैं वो सही नहीं है. उनकी पार्टी में कुछ कमियां या मजबूरियां जिसे वो हल करना चाहते हैं.