केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुणे में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का किया शिलान्यास, जानें क्या कहा
Amit Shah In Pune केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पुणे में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का शिलान्यास किया. इस दौरान अमित शाह ने कहा कि ऐसे समय में जब 'स्वराज्य' शब्द के उच्चारण से भी भय पैदा हो गया, शिवाजी महाराज ने अपना पूरा जीवन देश में 'हिंदवी स्वराज्य' की स्थापना में लगा दिया.
Union Home Minister Amit Shah In Pune केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पुणे में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का शिलान्यास किया. इस दौरान अमित शाह ने कहा कि ऐसे समय में जब ‘स्वराज्य’ शब्द के उच्चारण से भी भय पैदा हो गया, शिवाजी महाराज ने अपना पूरा जीवन देश में ‘हिंदवी स्वराज्य’ की स्थापना में लगा दिया.
कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शिवाजी महाराज ने न्याय, समाज कल्याण और आत्मरक्षा के लिए व्यूह रचना, सैन्य निर्माण, सैन्य का आधुनिकीकरण और 18वीं शताब्दी में सबसे पहली नौसेना बनाने का काम किया. अमित शाह ने कहा कि यूपी में पहले मुलायम सिंह, अखिलेश सिंह और बहन मायावती जी हमें ताने लगाते थे, मंदिर वहीं बनाएंगे तिथि नहीं बताएंगे. आज मैं उन सभी को कहना चाहता हूं कि मोदी जी ने अयोध्या में मंदिर का भूमि पूजन कर दिया है और कुछ ही महीनों में भव्य राम मंदिर बनने वाला है.
Maharashtra | Union Home Minister Amit Shah laid the foundation of the Chhatrapati Shivaji Maharaj statue in Pune
"At a time when even uttering the word 'swarajya' instilled fear, Shivaji Maharaj spent his whole life establishing 'Hindavi Swarajya' in the country," he said pic.twitter.com/AbL1pZzSxY
— ANI (@ANI) December 19, 2021
पुणे में वैमनिकॉम के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य में सहकारिता विभाग और सहकारिता आंदोलन का बड़ा हाथ होगा. इस दौरान उन्होंने एलान किया कि बहुत जल्द सहकारिता प्रशिक्षण के लिए पाठ्यक्रमों के साथ एक विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी. देश विभिन्न हिस्सों में इस विश्वविद्यालय के कालेज होंगे, जिनमें सहकारिता की ट्रेनिंग दी जाएगी.
अमित शाह ने साथ ही कहा कि आज अंबेडकर की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया. कांग्रेस ने अंबेडकर के जीवन में और उनकी मृत्यु के बाद उनका अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. उन्हें भारत रत्न गैर-कांग्रेसी शासन के दौरान ही मिला था. पीएम मोदी सत्ता में आए और संविधान दिवस मनाया, लेकिन कांग्रेस अभी भी इसका बहिष्कार करती है.
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