Maharashtra : लोकसभा चुनाव के बाद अब कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसकी तैयारी पार्टियों ने शुरू कर दी है. सबसे ज्यादा नजर महाराष्ट्र में कुछ महीनों के बाद होने वाले चुनाव पर रहेगी, जहां इस बार महा विकास अघाड़ी ने आम चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है. इस वक्त यदि प्रदेश में किसी नेता के बारे में सबसे ज्यादा बात हो रही है तो उसका नाम अजित पवार है, जिनके एनडीए सरकार से नाराज होने की चर्चा मीडिया में सुर्खियों में है.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर ली थी और शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में वे अपनी नई पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतरे थे, हालांकि उनके हाथ निराशा ही लगी. अजीत की पार्टी को महाराष्ट्र में एक सीट पर ही जीत मिली. इसके अलावा बारामती लोकसभा सीट पर अजित पवार की पत्नी सुनेत्र को सुप्रिया सुले ने पटखनी दी. लोकसभा चुनाव के परिणाम को अजित पवार के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जो बीजेपी और एकनाथ शिंदे गुट के साथ गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर काबिज हैं.
अजित पवार के बदले बोल
इस बीच लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद अजित पवार के बोल बदलते नजर आ रहे हैं. दरअसल, सोमवार को एनसीपी के 25 साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने शरद पवार की जमकर तारीफ की. अजित पवार ने कहा कि शरद पवार ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को उठाया था और अलग होकर नई पार्टी बनाई थी. उस वक्त से ही वे पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं और हमारे संगठन को दिशा देने का काम कर रहे हैं. जून 2023 में शरद पवार से अलग होने के बाद से ऐसा पहली बार देखा गया कि, जब अजित पवार ने उनकी तारीफ की हो. अजित पवार की ओर से ऐसे वक्त में अपने चाचा शरद की तारीफ करने से कयासों का बाजार गर्म हो चुका है. वो भी तब जब राज्य में विधानसभा होने वाले हैं और लोकसभा चुनाव में उनके गुट को केवल एक लोकसभा सीट मिली है.
अजीत पवार गुट के टूटने की खबर
सूत्रों के हवाले से मीडिया में कुछ दिन पहले खबर आई थी कि महाराष्ट्र में अजित पवार के एनसीपी गुट के करीब 10-15 विधायक शरद पवार खेमे के संपर्क में हैं. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले इस तरह की खबर से राजनीतिक हलचल तेज है. दरअसल, किसी पार्टी का नाम लिए बिना एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा था कि कई नेता उनके संपर्क में हैं.
एनडीए में मंत्री पद न लेने पर क्या बोले अजित पवार?
अजित पवार ने एनडीए के साथ अपने रिश्तों और मोदी सरकार में मंत्री पद न लेने पर भी सोमवार को प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हमारा कहना था कि प्रफुल्ल पटेल पहले भी कैबिनेट मिनिस्टर रह चुके हैं. ऐसे में वह राज्य मंत्री का पद कैसे ग्रहण कर सकते हैं. हम कुछ समय इंतजार करेंगे और एनडीए में ही बने रहेंगे. यही नहीं, अजित पवार ने यह भी साफ किया कि भले ही वह बीजेपी और एकनाथ शिंदे सेना के साथ हैं, लेकिन हमारी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं हुआ है.