Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति पर भाजपा की आई प्रतिक्रिया, कहा- पहले MVA करें सरेंडर

महाराष्ट्र भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने महाराष्ट्र की राजनीति पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, बीजेपी को अभी बहुमत साबित करने की जरूरत नहीं है. हम एमवीए की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास संख्या नहीं है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2022 2:13 PM
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महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना विधायकों के कुछ बागी विधायक गोवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं. बीते दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुवाहाटी के होटल में ठहरे हुए नौ बागी मंत्रियों के विभाग उनसे छीन लिए थे. जिसके बाद अब भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वे महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की घोषणा का इंतजार कर रहा है. उनके पास राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए संख्या नहीं है.

सुधीर मुनगंटीवार ने कही ये बात

सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, “बीजेपी को अभी बहुमत साबित करने की जरूरत नहीं है. हम एमवीए की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं कि उनके पास संख्याबल नहीं है.” मुनगंटीवार ने आगे कहा कि अभी बीजेपी वेट एंड वॉच मोड में है. उन्होंने आगे कहा, “हमने कल भी स्पष्ट किया था कि हम आने वाले दिनों में एक और कोर टीम की बैठक करेंगे, इसकी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए – यदि कोई हो. हम विचार-विमर्श करेंगे और निर्णय लेंगे. अभी हम प्रतीक्षा-एंड-मोड में हैं.”


राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस ने लगाया था पोस्टर

आपको बता दें कि गुवाहाटी में राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस की ओर से एक पोस्टर लगाया गया है. जिसमें लिखा है, “सारा देश देख रहा है, गुवाहाटी में छुपे गद्दारों को, माफ नहीं करेगा जनता, ऐसे फर्जी मक्करों को”. साथ ही, बालासाहेब ठाकरे, एकनाथ शिंदे और आनंद दिघे के चेहरों वाला ये बैनर कल गुवाहाटी में रैडिसन ब्लू होटल और सोमनाथ मंदिर के बीच के मार्ग पर देखा गया था, इसे आज हटा दिया गया.


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शिवसेना के 39 बागी विधायक गुनाहाटी में

शिवसेना के 39 बागी विधायकों सहित महाराष्ट्र के कुल 48 बागी विधायक 22 जून से गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में ठहरे हुए हैं. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी गुट के बीच सियासी खींचतान अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है. अलग हुए खेमे की ओर से दायर याचिका में एकनाथ शिंदे और 15 अन्य बागी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही को चुनौती दी गई है.

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