Maharashtra Crisis: उद्धव ठाकरे देंगे CM पद से इस्तीफा ? एकनाथ शिंदे के समर्थन में 42 शिवसेना विधायक
महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में जारी राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के तीन और विधायक बृहस्पतिवार को कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी खेमे में शामिल होने के लिए असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंच गये हैं.
महाराष्ट्र में सियासी संकट और गहराता जा रहा है. शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है. दूसरी ओर मौजूदा संकट को देखते हुए उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया है और मातोश्री पहुंच गये हैं.
शिवसेना के तीन और विधायक पहुंचे गुवाहाटी
महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में जारी राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के तीन और विधायक बृहस्पतिवार को कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी खेमे में शामिल होने के लिए असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंच गये हैं. सावंतवाड़ी से विधायक दीपक केसकर, चेंबूर से विधायक मंगेश कुडलकर और दादर से विधायक सदा सर्वंकर सुबह मुंबई से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए.
बुधवार शाम शिंदे के समर्थन में चार विधायक पहुंचे गुवाहाटी
बुधवार शाम महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल सहित चार विधायक गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे. सूत्रों ने बताया कि शिंदे अपने साथ मौजूद विधायकों से सलाह मशविरा करेंगे और फिर तय करेंगे कि मुंबई कब लौटना है.
शिंदे ने 46 विधायकों के समर्थन का किया दावा
शिंदे ने कुछ निर्दलीय विधायकों समेत 46 विधायकों के समर्थन का दावा किया था. उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष को एक पत्र लिखा था, जिस पर शिवसेना के 35 विधायकों ने हस्ताक्षर किए थे. इसमें सुनील प्रभु की जगह भरत गोगावले को शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक बनाया गया था. शिंदे ने कहा है कि एमवीए गठबंधन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस मजबूत जबकि सरकार का नेतृत्व करने वाली शिवसेना और उसके कार्यकर्ता कमजोर हो रहे हैं.
उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा देने की पेशकश की
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को जनता के साथ बातचीत की और भावनात्मक अपील करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश भी कर दी थी. जनता से बातचीत के बाद बुधवार रात अपना आधिकारिक आवास खाली कर मातोश्री पहुंच गये.