Maharashtra BJP Shiv Sena Alliance महाराष्ट्र में सत्ताधारी पार्टी शिवसेना ने अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुख्य पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) से सुलह के संकेत दिए हैं. औरंगाबाद में कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे एक ही मंच पर थे. रावसाहेब दानवे की ओर इशारा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि ये हमारे पूर्व सहयोगी हैं और कौन कब एक-दूसरे के साथ आ जाए, यह नहीं बता सकते.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से भाजपा नेता रावसाहेब दानवे को भावी सहयोगी कहकर संबोधित किए जाने से महाराष्ट्र की सियासत में हडकंप मच गया है. बता दें कि शिवसेना और भाजपा के बीच सियासी दूरियां होने के बावजूद समय-समय पर दोनों के फिर से एक साथ आने को लेकर अटकलें भी लगती रही हैं. इस बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खुद इन अटकलों को हवा दिया है.
दरअसल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एक कार्यक्रम में शामिल होने महाराष्ट्र के औरंगाबाद पहुंचे थे. यहां सीएम उद्धव और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे एक ही मंच पर थे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दानवे की ओर इशारा करते हुए अपने संबोधन में कहा कि ये हमारे पूर्व सहयोगी हैं और भविष्य में अगर साथ आते हैं तो भावी सहयोगी हैं. अब साथ आना और भावी सहयोगी इन शब्दों को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा जारी है. कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे भाजपा को सुलह का संकेत दे रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि दोनों पार्टियों के बीच करीब तीन दशकों से गठबंधन था, जो 2019 में टूट गया था. मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों दलों में बात नहीं बनी तो चुनाव बाद भाजपा से अपना वर्षों पुराना नाता तोड़कर शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस से हाथ मिला लिया था. महाराष्ट्र में शिवसेना ने इन दोनों दलों के साथ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) बनाया और प्रदेश में सरकार बनाई, जबकि भाजपा अभी विपक्ष में है.
वहीं, शिवसेना के समर्थन से महाराष्ट्र में 5 साल सरकार चला चुके देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे की ओर से औरंगाबाद में आए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि वे इस गठबंधन के सहयोगियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो ये उनका अच्छा एहसास है. इस सरकार के नाम पर काफी भ्रष्टाचार है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के रूप में हम इसके खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे.
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