Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के पहले सरगर्मी तेज हो चली है. इस बीच खबर है कि सीट बंटवारे को लेकर महाविकास आघाडी (MVA) में बातचीत नहीं बन पा रही है. पहले खबर थी कि सीट शेयरिंग फॉर्मूला करीब फाइनल हो चका है. विधानसभा की 288 में से 260 सीटों पर बंटवारे पर सहमति बन गई है, लेकिन अब जो खबरें छनकर आ रहीं हैं उसके अनुसार, कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) में कुछ सीटों को लेकर खींचतान शुरू हो चुकी है.
कांग्रेस पूर्वी विदर्भ में शिवसेना यूबीटी के लिए एक भी सीट छोड़ने के मूड में नहीं दिख रही है. कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा है कि पार्टी में दोफाड़ होने के बाद शिवसेना वहां मजबूत स्थिति में नहीं रह गई है. वहीं शिवसेना यूबीटी उन सीटों की मांग कर रही है, जहां कांग्रेस कभी जीत दर्ज नहीं कर सकी है.
शिवसेना-कांग्रेस क्यों हैं आमने-सामने
मुंबई की दो सीट ऐसी है जिसको लेकर भी शिवसेना और कांग्रेस में खींचतान शुरू हो गई है. शिवसेना का दावा है कि कांग्रेस वहीं सीट अपने पास रखना चाहती है जिसमें उसे जीत मिल सकती है. कांग्रेस ने एनसीपी (एसपी) द्वारा दावा की गई सीटों पर भी दावा ठोका है जिसके बाद मामला गरमा गया है. एमवीए सीट बंटवारे की बैठक में शिवसेना यूबीटी ने ‘सांगली पैटर्न’ लागू करने की धमकी दे डाली है.
संजय राउत ने कहा- बार बार सूची दिल्ली भेजनी पड़ती है
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि वे महा विकास अघाड़ी गठबंधन के लिए राहुल गांधी के साथ सीट बंटवारे की व्यवस्था पर चर्चा करने की योजना बना रहे हैं. कई सीटें ऐसी हैं जिन पर निर्णय नहीं हुआ है. राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के अधिकांश नेता निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं. कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना गठबंधन में हैं. समाजवादी पार्टी, किसान और श्रमिक पार्टी ऑफ इंडिया (पीडब्ल्यूपी) भी हमारे साथ ही हैं. हमें बार बार सूची दिल्ली भेजनी पड़ती है. अब वह समय बीत चुका है. हम चाहते हैं कि यह निर्णय जल्द से जल्द लिया जाए.
Read Also : Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान, 20 नवंबर को वोटिंग, 23 को आएंगे नतीजे
कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर फैसला नहीं हो पा रहा : संजय राउत
महा विकास अघाड़ी में सीट बंटवारे पर बात करते हुए संजय राउत ने कहा, मैंने सुबह मुकुल वासनिक से बात की है. मैं राहुल गांधी से भी बात करूंगा और सीट बंटवारे को लेकर लंबित फैसले में तेजी लाई जाएगी. कई सीटों पर फैसला हो चुका है. कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर फैसला नहीं हो पा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि एनसीपी और शिवसेना के बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं है, कांग्रेस में भी नहीं है लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं जिन पर तीनों पार्टियां दावा कर रहीं हैं. नाना पटोले महाराष्ट्र में हमारे सहयोगी हैं, लेकिन कुछ सीटों पर समस्या है, इसे सुलझा लिया जाएगा.