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प्रवासी मजदूरों से बोले उद्धव ठाकरे, लॉकडाउन हुआ है आप लॉकअप में नहीं है, आराम से रहें

मुंबई : बांद्रा स्टेशन पहुंचे प्रवाशी मजदूरों से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा है कि दूसरे राज्यों से आये लोग परेशान हो रहे हैं. हम उन्हें खाना दे रहे हैं. आपको कोई घर जाने की जरूरत नहीं है. आप आये हो, हमारे राज्य में हो चिंता करने की आवश्यक्ता नहीं है. देशव्यापी लॉकडाउन को तीन […]

By PankajKumar Pathak | April 14, 2020 8:43 PM
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मुंबई : बांद्रा स्टेशन पहुंचे प्रवाशी मजदूरों से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा है कि दूसरे राज्यों से आये लोग परेशान हो रहे हैं. हम उन्हें खाना दे रहे हैं. आपको कोई घर जाने की जरूरत नहीं है. आप आये हो, हमारे राज्य में हो चिंता करने की आवश्यक्ता नहीं है. देशव्यापी लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषणा करने के कुछ ही घंटे बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर बांद्रा स्टेशन पर सड़क पर आ गए थे. उन्हें संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, लॉकडाउन हुआ है आप लॉकअप में नहीं हो.

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उद्धव ठाकरे ने कहा, आज जो ब्रांदा स्टेशन पर हुआ उसकी खबर सब जगह चल रही है. सबको लग रहा था कि 14 अप्रैल के बाद ट्रेन शुरू हो जायेगी. किसी ने अफवाह फैला दी कि ट्रेन शुरू होगी. जिस दिन लॉकडाउन खुलेगा केंद्र और राज्य मदद करेगी. अगर इनकी भावनाओं से खेलकर कानून व्यस्था बिगाड़ने की कोशिश की तो महाराष्ट्र सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी कोई इसे गलत रंग दे कर भड़काने की कोशिश ना करे.

बड़ी पार्टी के नेता मतभेद दूर करके हाथ में हाथ डालकर काम कर रहे हैं. गलत फहमी का शिकार ना बनें. मैं मौलाना मौलवी से भी अपील करता हूं साथ दें. यह जात – पात नहीं देखता. हम सबको एक साथ आकर आगे बढ़ना है.

महाराष्ट्र में कोरोना की क्या स्थिति है, इससे वायरस से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार की रणनीति क्या है ? इन सारे सवालों का जवाब लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.

उन्होंने कहा, बाबासाहेब संविधान के लिए लड़े थे आज पूरा विश्व कोरोना वायरस से लड़ रहा है. लॉकडाउन बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद देता हूं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पीएम मोदी ने पहले महाराष्ट्र को बोलने का मौका दिया है.

कोरोना के खिलाफ लड़ाई को पूरी जिम्मेदारी से आगे बढ़ा रहे हैं . मुझे विश्वास है कि हम जीतेंगे. प्रधानमंत्री के ऐलान करने के बाद ही मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस करूं लेकिन आंकड़े आने के बाद मैं आपके सामने हूं. देश भर में जितनी जांच नहीं हुई उतनी जांच महाराष्ट्र में हुई है. महाराष्ट्र सरकार इस मामले को गंभीर है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, अबतक सवा दो हजार मामले हमारे सामने आये हैं. अबतक 203 लोगों को ठीक करके भेजा है. कोई यह ना समझें कि जिसे कोरोना हो गया वह खत्म हो गया. मैंने दो लागों से बात की.

छह महीने बच्चे की मां से मैंने बात की. अगर छह महीने का बच्चा कोरोना को हरा सकता है. इस लड़ाई को प्रखर बनाने के लिए एक और रणनीति बनायी है. टॉस्क फोर्स में हम अलग- अलग स्पेस्लिस्ट होंगे. हमने गाइडलान बनायी है कि हमें कैसे आगे बढ़ना है यह अरोग्य सेवा का मार्ग दर्शन करेंगे कैसे आगे बढ़ेंगे. हमारे राज्य में जो एक्सपर्ट हैं उन्हें हमने साथ लिया है.

उद्धव ठाकरे ने कहा, हम कोविड और नॉन कोविड अस्पताल को अलग कर रहे हैं दो भागों में बांट रहे हैं. हमने यह नया कदम उठाया है. कोविड के बाद जो बड़ा संकट है वह आर्थिक संकट है. उसके लिए भी हमने दो ग्रुप बनाये हैं. उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व में टीम होगी जो देखेगी क्या कदम उठाये जाने चाहिए. इस टीम में कई क्षेत्रों के एक्सपर्ट और आर्थिक जानकार साथ होंगे. आर्थिक संकट के कम से कम परिणाम हो उस तरफ काम होगा. किसी भी मोरचे पर महाराष्ट्र पीछे नहीं है.

हमारा देश कृषिप्रधान है किसान हमारे अन्नदाता हैं हमने उनके लिए रूकावट नहीं डाली है. खेती से जुड़ा हुआ जो काम है हमने कहा है कि उन्हें रोका नहीं जायेगा अधिकारियों को भी यह निर्देश दे दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा, 20 तारीख के बाद थोड़ी ढील होगी हम देख रहे हैं कि कैसे और कौन से काम 20 अप्रैल केबाद शुरू किये जा सकते हैं बाकि के जिलों से भी इस विषाणु को नष्ट कर देंगे. हम कोरोना की वैक्सीन और दवा तैयार करने में भी लगे हैं. महाराष्ट्र हर संकट में देश को दिशा दिखाता है इतनी बुद्धि महाराष्ट्र में है. हम जो प्रयोग कर रहे हैं इसकी शुरुआत महाराष्ट्र से होगी.

उद्धव ठाकरे ने कहा, पैसे की किल्लत सिर्फ हमारे देश में नहीं पूरी दुनिया में है. वेटिलेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है. सब काम हो रहा है. मैं बार- बार कहता हूं यह वक्त राजनीति का नहीं है. हमें एकजुट होकर लड़ने का है. अपैल बीत चुका है कुछ वक्त बाद बारिश शुरू होगी मुझे लगता है कि कुछ ऐसे इलाके हैं जहां आदिवासी हैं, जहां हम पहुंच नहीं पायेंगे हमने अधिकारियो से कहा है कि ऐसे सुदूर इलाके में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.

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