Maharashtra: महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है. शिवसेना विधायक दल में विभाजन के बाद अब उसके संसदीय दल में भी दोफाड़ की संभावना है. शिवसेना के कई सांसद लोकसभा में उन्हें अलग समूह के रूप में मान्यता देने के अनुरोध के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र सौंपने की तैयारी में हैं. वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने शिंदे गुट के भविष्य को लेकर बड़ी बात कही है.
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना के एक सांसद ने दावा किया कि पार्टी के 18 में से कम से कम 12 सांसद लोकसभा में उन्हें एक अलग समूह के रूप में मान्यता देने की मांग करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक औपचारिक पत्र सौंपेंगे. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मंगलवार को दिल्ली में होंगे और पार्टी के लोकसभा सदस्यों के अलग धड़े के उनसे मिलने की संभावना है.
वहीं, शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि हम उन सांसदों के विरूद्ध कार्रवाई करेंगे, जो शिंदे के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे. संजय राउत ने कहा कि शिवसेना से टूटे हुए लोगों के गुट ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बना ली और हमारी कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया. एकनाथ शिंदे गुट टूट कर अलग चले गए. शिवसेना नेता ने कहा कि 20 तारीख से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी कि आप विधायक रहेंगे या नहीं और आप हमें ही बर्खास्त कर रहे हैं.
शिवसेना में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे को बीजेपी के समर्थन से 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी थी. महाराष्ट्र विधानसभा में उन्हें शिवसेना के 55 विधायकों में से 40 का समर्थन प्राप्त है एवं विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने उनके गुट को विधायक दल के रूप में मान्यता दे दी है. शिवसेना के 14 लोकसभा सदस्यों के अलग समूह बनाने की अटकलों के मद्देनजर, पार्टी सांसद संजय राउत के निवास पर एकत्र हुए.