मुंबई : त्रिपुरा में हुई तोड़फोड़ और हिंसा के खिलाफ महाराष्ट्र के अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में भड़की हिंसा के मामले में उद्धव ठाकरे की सरकार जांच कराएगी. इस मामले में अमरावती में त्रिपुरा हिंसा के खिलाफ रैली आयोजित करने वाली रजा अकादमी सरकार के रडार पर है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने रविवार को कहा है कि उनकी सरकार इस मामले की जांच कराएगी.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल से जब त्रिपुरा हिंसा के खिलाफ रैली आयोजित करने वाली रजा अकादमी पर कार्रवाई से संबंधित सवाल पूछे गए, तो अपने जवाब में उन्होंने कहा कि मैं आपको आज नहीं बता सकता, लेकिन हम इसकी जांच करेंगे. रजा अकादमी हो या कोई अन्य संगठन, रैली के पीछे उनके मकसद की जांच की जाएगी.
उन्होंने कहा कि हम निश्चित रूप से इसकी जांच करेंगे. हम उन रैलियों की भी जांच करेंगे, जो महाराष्ट्र में त्रिपुरा में हुई घटनाओं को लेकर निकाली गई थीं. इसके साथ ही, हम इस हिंसा में हुए नुकसान का भी आकलन करेंगे. रिपोर्ट आने के बाद मैं आपको और बताऊंगा.
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में जो घटना हुई या नहीं हुई, उसके कारण महाराष्ट्र में जो उत्पात हुए और उसमें हुए नुकसान की जांच करेंगे. अमरावती और आस-पास के जिलों में फिलहाल स्थिति शांत है. अमरावती में चार दिनों के लिए कर्फ्यू लगाया गया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें कि दुर्गा पूजा के दौरान बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर किए गए हमले के विरोध में बीते शुक्रवार को त्रिपुरा में तोड़फोड़ की गई और दुकानों को जबरन बंद कराया गया था. त्रिपुरा में हुई हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के अमरावती और उसके आसपास के इलाके में रैली आयोजित की गई थी. बताया जाता है कि यह रैली रजा अकादमी द्वारा आयोजित की गई थी.
अमरावती की रैली के दौरान हुई हिंसा का असर नांदेड़ और मालेगांव में भी देखने को मिला और इन दो स्थानों पर भी जमकर उत्पात मचाया गया. इस हिंसा के खिलाफ शनिवार को अमरावती में हिंदूवादी संगठनों की ओर से भी रैली निकाली गई थी.
अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में हुई हिंसा के बाद शनिवार को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक समेत कई नेताओं ने इस घटना की निंदा की. इसके बाद नवाब मलिक ने कहा था कि मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.