मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बुधवार को दशहरा की रैली के आयोजन से पहले ही भिड़ंत हो गई. खबर है कि शिवसेना में उद्धव ठाकरे की समर्थक महिलाओं ने शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी. आरोप है कि शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने ठाकरे समर्थक महिलाओं को गंदा इशारा किया था. इसके बाद दोनों ओर से बहस होने लगी. इसी बहस के दौरान ठाकरे समर्थक महिलाओं ने शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं की धुनाई कर दी. बता दें कि मुंबई में ठाकरे गुट को दादर के शिवाजी पार्क में और शिंदे गुट को बीकेसी मैदान में दशहरा की रैली के आयोजन की अनुमति दी गई है.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला नासिक-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित इगतपुरी-कसरा शिवारा का है. खबर के अनुसार, नासिक आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बोलेरा में सवार शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने एक बस का पीछा कर ओवरटेक किया. इस बस में मुंबई के शिवाजी पार्क में ठाकरे गुट की ओर से आयोजित होने वाली दशहरा की रैली में शामिल होने वाली महिलाएं सवार थीं. आरोप है कि बस का ओवरटेक करते समय शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने बस में बैठीं महिलाओं को गंदे इशारे किए. इसके बाद ठाकर समर्थक महिलाओं ने बोलेरो को रुकवाकर शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं की जमकर धुनाई कर दी.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के आयोजन के लिए उद्धव ठाकरे ने 227 वार्डों में से प्रत्येक वार्ड से चार बसों में कार्यकर्ताओं को लाने का जिम्मा सभी क्षेत्रीय प्रभारियों को दिया है. इस रैली में कम से कम 50 हजार लोगों को एकत्र करने का टारगेट फिक्स है. इसमें मुंबई के अलावा, पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा आदि स्थानों से भी ट्रेनों के जरिए उद्धव समर्थक शिवाजी पार्क पहुंचेंगे.
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वहीं दूसरी तरफ, शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने भी बीकेसी मैदान में होने वाली रैली को सफल बनाने में पूरा दमखम लगाए हुए है. नाक का सवाल यह है कि यदि उद्धव गुट शिवाजी पार्क में 50 हजार लोगों को एकत्र कर रहा है, तो भला एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री रहते हुए बीकेसी मैदान में उससे कम भी कैसे हो सकती है?