Majithia drugs case: मोहाली में बुधवार यानी आज शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ड्रग्स मामले में राज्य अपराध शाखा कार्यालय में एसआईटी के समक्ष पेश हुए. इस दौरान उनके वकील डीएस सोबती ने कहा कि ”हम एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच चाहते हैं ताकि सच्चाई सामने आए.” बता दें कि बिक्रम मजीठिया से पूछताछ के लिए पंजाब सरकार ने एसआइटी का गठन किया है. इसकी अगुवाई एआइजी बलराज सिंह कर रहे हैं.
पेशी के दौरान एसआइटी करीब 60 सवालों के साथ पूछताछ कर रही है. बता दें कि इससे पहले मजीठिया को हाईकोर्ट से ड्रग्स केस में सशर्त जमानत मिल चुकी है, पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने कहा था कि जब भी जरूरत हो मजीठिया को जांच एजेंसी के सामने पेश होना होगा. सुनवाई की अगली तारीख तक मजीठिया देश छोड़कर नहीं जा सकते हैं. इस दौरान यह भी कहा गया कि मजीठिया जांच एजेंसी को अपना पर्सनल मोबाइल नंबर देंगे.
क्या है मामला: दरअसल ड्रग्स केस से जुड़ा यह मामला करीब 9 साल पुराना है. साल 2013 में पंजाब पुलिस ने एनआरआइ अनूप सिंह को गिरफ्तार किया गया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद ही करीब 6 हजार करोड़ रूपए के ड्रग्स मामले का खुलासा हुआ था. अनूप सिंह के बयान के बाद पंजाब पुलिस से बर्खास्त पुलिस अधिकारी जगदीश भोला की गिरफ्तारी हुई थी. जिसके बाद इस मामले में बिक्रम मजीठिया के इस मामले में जुड़े होने की बात सामने आई थी. जिसके बाद 2015 में मजीठिया को ईडी ने भी समन किया था.
बता दें कि इस केस में मजीठिया पर कई गंभीर आरोप भी लगे हैं. इसमें कहा गया है कि कनाडा के ड्रग्स तस्कर सतप्रीत सत्ता मजीठिया के करीबी है. सत्ता मजीठिया की अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित सरकारी बंगले में भी ठहरते रहे थे. इसके अलावा मजीठिया चुनाव के लिए नशा तस्करों से फंड लेते थे. उन्हें नशा तस्करों के बीच समझौते करवाने का भी आरोपी बनाया गया है. हालांकि शिरोमणी अकाली दल ने इन सब आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए राजनीतिक बदला लेने की कार्रवाई कही है.