शिरोमणि अकाली दल में बड़ा बदलाव : अब एक परिवार से एक व्यक्ति को ही मिलेगा टिकट, युवा और महिलाओं को तवज्जो
शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को बड़े संगठनात्मक सुधार किए हैं. पार्टी में सुधार के बाद ऐलान किया गया है कि शिरोमणि अकाली दल चुनावों में अब ‘एक परिवार, एक टिकट' सिद्धांत का पालन करेगा
चंडीगढ़ : पंजाब के प्रमुख सियासी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में बड़ा बदलाव किया गया है. पार्टी में बदलाव के साथ ही संगठनात्मक सुधार पर भी जोर दिया गया है. शिरोमणि अकाली दल ने संगठनात्मक सुधारों का ऐलान करते हुए कहा है कि भविष्य के चुनावों में अब एक परिवार से किसी एक व्यक्ति को ही टिकट दिया जाएगा. इसके साथ ही, वह यह भी सुनिश्चित करेगा कि उसके आधे से अधिक उम्मीदवार कम उम्र के युवा नेता हों. इतना ही नहीं, नए बदलाव के बाद अब पार्टी में अध्यक्ष को दो कार्यकाल ही मिलेगा.
50 साल से कम उम्र के नेताओं को वरीयता
मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को बड़े संगठनात्मक सुधार किए हैं. पार्टी में सुधार के बाद ऐलान किया गया है कि शिरोमणि अकाली दल चुनावों में अब ‘एक परिवार, एक टिकट’ सिद्धांत का पालन करेगा तथा सुनिश्चित करेगा कि उसके आधे उम्मीदवार 50 से कम उम्र के हों. पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने जिन बदलावों की घोषणा की है, उसकी वजह पिछले पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी का खराब प्रदर्शन एवं बादल के नेतृत्व के विरूद्ध असंतोष था.
सांसद-विधायक के परिजन नहीं बनेंगे पार्टी के जिलाध्यक्ष
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यदि अगले चुनाव में शिअद सत्ता में आता है, तो राज्य एवं जिला स्तर पर बोर्डों के अध्यक्ष पद पार्टी कार्यकर्ताओं को मिलें. उन्होंने कहा कि सांसदों एवं विधायकों के परिवारों के सदस्यों पर इन पदों के लिए विचार नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष पांच-पांच साल के लगातार दो कार्यकाल के लिए पात्र होगा और फिर उसे एक कार्यकाल के लिए अवकाश लेना होगा. उन्होंने कहा कि इससे शीर्ष स्तर पर नया नेतृत्व आएगा.
Also Read: किसानों ने शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को दिखाया काला झंडा, नारेबाजी की
पार्टी के संविधान में होगा संशोधन
हालांकि, पार्टी के एक नेता ने कहा कि नए बदलाव केवल तभी प्रभाव में आएंगे, जब शिअद के संविधान में औपचारिक बदलाव किया जाएगा. सुखबीर सिंह बादल 2008 से शिअद के अध्यक्ष हैं. उनसे पहले उनके पिता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पास यह पद था. सुखबीर सिंह बादल ने एक महीने पहले एक समिति की सिफारिश पर शिअद संगठन को भंग कर दिया था. समिति ने चुनाव में पार्टी की हार के कारणों का विश्लेषण किया था. शिअद ने फरवरी में विधानसभा चुनाव में कुल 117 में से महज तीन सीटें जीती थीं. सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पार्टी में चुनाव के माध्यम से 30 नवंबर तक संगठन का पुनर्गठन किया जाएगा.