मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए एक्स पर पोस्ट डाला और लिखा, पीएम मोदी के दावे के विपरीत, बीजेपी के लिए एमएसएमई का मतलब ‘सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को न्यूनतम समर्थन’ है. खरगे ने आगे लिखा, मोदी सरकार के 10 वर्षों के दौरान 2.5 करोड़ एमएसएमई बंद हो गए, जबकि कांग्रेस-यूपीए के तहत 1.3 करोड़ एमएसएमई की वृद्धि हुई. कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा, क्या यह मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी, त्रुटिपूर्ण जीएसटी और गलत सोच वाले लॉकडाउन के माध्यम से अर्थव्यवस्था पर बार-बार किए गए हमलों के कारण नहीं है? पिछले 10 वर्षों में एमएसएमई में कार्यरत व्यक्तियों की कुल संख्या अपरिवर्तित क्यों रही?
Mallikarjun Kharge: खरगे ने मोदी सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि 2013-14 (कांग्रेस-यूपीए) में 11.14 करोड़ लोगों को एमएसएमई में रोजगार मिला. जबकि 2022-23 (मोदी सरकार) में 11.1 करोड़ लोगों को रोजगार मिला. खरगे ने आगे पूछा, 12 मई, 2020 को पीएम मोदी ने एमएसएमई के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की. उस पैकेज का क्या हुआ?
खरगे का दावा, मोदी सरकार अधिक पूंजी वाली कंपनियों को बढ़ावा दे रही
मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार अधिक पूंजी वाली कंपनियों को केवल बढ़ावा दे रही है. जबकि एमएसएमई को नुकसान पहुंचाने में लगी है. उन्होंने आगे कहा, मोदी सरकार एमएसएमई क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों लोगों के सपनों और आकांक्षाओं को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार है.