राज्यसभा और लोकसभा से बड़ी संख्या में सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. जिसके बाद से ये मामला काफी गर्माया हुआ है. इसको लेकर आज राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया. इस दौरान उन्होंने लोकसभा सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग भी की. मल्लिकार्जुन खड़गे ने निलंबन प्रक्रिया को देखते हुए फ्लोर रणनीति तय करने के लिए विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाई गई थी. हालांकि इस बैठक में आप और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने दूरी बनाई.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद संसद भवन में गांधी प्रतिमा पर कांग्रेस और कुछ विपक्षी दलों की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शन में भी शामिल नहीं हुए. तख्तियां लिए हुए और नारे लगाते हुए, टीएमसी सांसदों ने एक अलग विरोध प्रदर्शन किया. इसको देखकर विपक्षी खेमे में फूट का संकेत देखने को मिला. अब पार्टियां एक आम रणनीति बनाने में सक्षम नहीं हैं. मल्लिकार्जुन की ओर से बुलाई गई बैठक में DMK, RJD, NCP, CPM, CPI, शिवसेना, RLD, MDMK, IUML, RSP और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने भाग लिया.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा था कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस और आप के नेताओं को बैठक में आमंत्रित किया है. उन्होंने कहास, ”हमारा कर्तव्य है कि हम सभी को एक कॉल दें. देखते हैं कौन आएगा और कौन नहीं. अगर उनका कोई अलग एजेंडा है..वह अलग बात है. मेरा कर्तव्य यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना है कि हम सभी एक साथ जाएं और एकजुट होकर लड़ें. संख्या मायने नहीं रखती… आप लोगों के मुद्दों को कैसे उठा रहे हैं… और वे विपक्षी दलों के खिलाफ कैसे काम कर रहे हैं… यह महत्वपूर्ण है.”
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आपको बता दें कि सदन में अशोभननीय आचरण को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य संजय सिंह को शुक्रवार तक के लिए निलंबित कर दिया गया. उपसभापति हरिवंश ने घोषणा की. उन्होंने लिखा, कार्यवाही के दौरान आप सदस्य संजय सिंह ने अशोभनीय आचरण किया था. हरिवंश ने कहा कि संजय सिंह ने न सिर्फ सदन के नियमों की अवहेलना की बल्कि आसन के निर्देशों का भी उल्लंघन किया और कागज फाड़कर उनके टुकड़े आसन की ओर फेंके. उन्होंने कहा कि सिंह का आचरण सदन की गरिमा के विरूद्ध था. हरिवंश ने सिंह के खिलाफ नियम 256 लगाए जाने की घोषणा की.