‘मानसून सत्र में होगा अध्यादेश पर फैसला’, केजरीवाल की शर्त पर बोले खरगे- अभी से इतना प्रचार क्यों…
केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल की शर्त का जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगेखरगे ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शायद यह पता होगा कि अध्यादेश का विरोध या समर्थन संसद के बाहर नहीं, संसद के भीतर किया जाता है.
अध्यादेश को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की शर्त पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बयान आया है. खरगे ने कहा है कि अध्यादेश का विरोध सदन में होता है. सदन के बाहर इसका इतना प्रचार नहीं किया जाता हैं. उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछते हुए कहा है कि वो अभी से इतना प्रचार क्यों कर रहे हैं. इस मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष ने आज यानी शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से जुड़े केंद्र सरकार के अध्यादेश पर फैसला संसद के आगामी मानसून सत्र के शुरू होने से पहले किया जाएगा.
क्या था अरविंद केजरीवाल का बयान
गौरतलब है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा था कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ उसे समर्थन देने का वादा नहीं किया, तो आम आदमी पार्टी विपक्षी दलों की आज पटना में होने वाली बैठक से बाहर हो जाएगी. इस पर खरगे ने आज जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शायद यह पता होगा कि अध्यादेश का विरोध या समर्थन संसद के बाहर नहीं, संसद के भीतर किया जाता है.
सारी पार्टियां मिलकर तय करती हैं एजेंडे
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि शायद केजरीवाल यह बात जानते हैं कि अध्यादेश का समर्थन या विरोध सदन के बाहर नहीं होता, यह सब संसद के अंदर होता है. उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से पहले सारी पार्टियां मिलकर एजेंडा तय करती हैं.खरगे ने यह भी कहा कि सदन में 18 से 20 पार्टियों की बैठक होती है, जिसमें हर पार्टी के नेता शामिल होते हैं. उन्होंने कहा कि अध्यादेश को लेकर फैसला संसद के आगामी सत्र से पहले किया जाएगा.
भाषा इनपुट के साथ