Malviya Nagar: दो पूर्वांचली उम्मीदवार के बीच कांटे का होगा मुकाबला
मालवीय नगर विधानसभा में पूर्वांचली और राजस्थानी मतदाताओं की संख्या काफी है, इसके अलावा पंजाबी और कुछ इलाकों में मुस्लिम मतदाता भी हैं. भाजपा और आम आदमी ने पूर्वांचली उम्मीदवार को उतारा है तो कांग्रेस ने पूर्व पार्षद एवं पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जितेंद्र कोचर को उम्मीदवार बनाया है.
Malviya Nagar: दिल्ली का मालवीय नगर विधानसभा सीट शहरी इलाकों में से एक मानी जाती है. पिछले तीन चुनाव से आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती चुनाव जीत रहे हैं और एक बार फिर वे चुनाव मैदान में हैं. वहीं भाजपा ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे सतीश उपाध्याय और कांग्रेस ने जितेंद्र कुमार कोचर को चुनावी मैदान में उतारा है. मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में कई पॉश इलाके मालवीय नगर, ग्रीन पार्क, हौज खास, आईआईटी कैंपस, साकेत, किशनगढ़, संगम विहार, और महेंद्र पार्क जैसे इलाके हैं. इसके अलावा झुग्गी बस्तियों की संख्या भी काफी है. मालवीय नगर विधानसभा पूर्वांचली और राजस्थानी मतदाताओं की संख्या काफी है, इसके अलावा पंजाबी और कुछ इलाकों में मुस्लिम मतदाता भी हैं.
भाजपा और आम आदमी पार्टी की ओर से पूर्वांचली उम्मीदवार को उतारा गया है तो कांग्रेस ने पूर्व पार्षद एवं पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जितेंद्र कोचर को उम्मीदवार बनाया है. स्थानीय लोग सीवर, टूटी सड़क, साफ-सफाई और पानी की कमी का समस्या से परेशान दिखते हैं. गौतम नगर, सर्वोदय एंक्लेव, कृष्णा नगर, अर्जुन नगर में सीवर की समस्या है और मालवीय नगर बाजार में जलभराव से लोगों को काफी परेशानी होती है. वहीं, प्रेस एंक्लेवमार्ग और अरबिंदो मार्ग पर अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या बनी रहती है.
सत्ता विरोधी लहर का दिख रहा है असर
स्थानीय महिला सुनीता शेरगिल ने कहा कि पिछले कुछ साल में इलाके की स्थिति काफी खराब हुई है. पार्कों की स्थिति बदहाल है और इस बारे में कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती है. इसके अलावा सड़कों की स्थिति काफी खराब है और जाम की समस्या के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. दिल्ली में अब सरकार बदलनी चाहिए. आम आदमी पार्टी की सरकार ने विकास के लिए कुछ नहीं किया है. वहीं स्थानीय दुकानदार राजेंद्र गौतम भी स्थानीय विधायक के कामकाज से खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि बाजार के आसपास जलभराव और जाम के कारण लोग आना नहीं चाहते हैं और इससे उनकी आय कम हुई है. मौजूदा सरकार के दौरान व्यापारियों के हित में कोई कदम नहीं उठाया गया है. पहले इलाके में काफी विकास का काम होता था, लेकिन अब विकास का काम बंद हो गया है. इलाके के लोग बदलाव चाहते हैं.
वहीं कई लोग स्थानीय विधायक के कामकाज से खुश दिखे और कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार अच्छा काम कर रही है. लेकिन लोगों का मानना है कि इस इलाके में बुनियादी सुविधाओं की कमी है. गर्मी के दिन में पानी की कमी के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. गौरतलब है कि पिछले तीन चुनावों वर्ष 2013 से वर्ष 2020 तक यहां आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच टक्कर होती रही है, जबकि वर्ष 1998 से वर्ष 2008 तक तीन बार कांग्रेस को जीत मिली. लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.