Bengal Latest News: पश्चिम बंगाल के जमाई राजाओं को ममता बनर्जी की सरकार ने बड़ी राहत दी है. कोरोना संकट के बीच बुधवार को जमाई षष्ठी व्रत को देखते हुए छुट्टी का ऐलान किया गया है. बंगाल में 16 जून (बुधवार) से राज्य सरकार ने 25 फीसदी की उपस्थिति के साथ ऑफिस खोलने की अनुमति दी थी. अब, लॉकडाउन के बाद रियायतों के बीच ऑफिस खुलने के पहले दिन ही जमाई राजाओं को गिफ्ट मिल गया है. उन्हें जमाई षष्ठी पर ससुराल में जाकर खातिरदारी कराने से नहीं रोका जाएगा. लेकिन, कोरोना गाइडलाइंस को भूलना नहीं है.
जमाई षष्ठी पर मंगलवार को वित्त विभाग के चीफ सेक्रेटरी मनोज पंत ने आदेश जारी किया. इस आदेश के मुताबिक जमाई षष्ठी के मौके पर राज्य सरकार के सभी ऑफिस, शहरी और ग्रामीण निकाय, निगम, शैक्षणिक संस्थान और अन्य कार्यालय 16 जून को बंद रखने का फैसला लिया गया है. विभागों को बुधवार की छुट्टी के संबंध में कर्मचारियों को सूचित करने को भी कहा गया है.
Also Read: बंगाल के टुकड़े-टुकड़े नहीं करने देंगे, केंद्र की भाजपा सरकार पर बरसीं ममता बनर्जीपश्चिम बंगाल में जमाई षष्ठी को लेकर विशेष आयोजन किया जाता है. हर साल बांग्ला कैलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ महीने के शुक्लपक्ष को जमाई षष्ठी का आयोजन किया जाता है. इस दिन व्रत और पूजन किया जाता है. इस दिन जमाईयों की ससुराल में खूब खातिरदारी की जाती है. व्रत के दौरान बच्चों की लंबी उम्र और सफलता की कामना होती है. परंपराओं के मुताबिक, जमाई षष्ठी पर सास सुबह नहाकर षष्ठी देवी की पूजा करती हैं. इसके बाद बेटी और जमाई की भी पूजा की जाती है. इस दौरान षष्ठी देवी का पीला धागा बांधकर रक्षा और लंबी उम्र की कामना की जाती है. पूजा के बाद जमाई राजाओं को विधि-विधान से गृहप्रवेश कराया जाता है. षष्ठी पर लीची और हिल्सा मछली भी जमाइयों को खिलाने की परंपरा है. कई सालों से यह परंपरा निभाई जा रही है.