Dinesh Trivedi Rajya Sabha News बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफा देने के फैसले से ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है. नाटकीय रूप से अपने इस्तीफे का एलान करते हुए दिनेश त्रिवेदी ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि हर इंसान के जीवन में ऐसी घड़ी आती है, जब उसे अपनी अंतरआत्मा की आवाज सुनाई देती है. उन्होंने कहा कि सर, आज मेरे जीवन में भी ऐसी ही घड़ी आई है. मैं अपनी पार्टी का आभारी हूं जिसने मुझे यहां भेजा है. उन्होंने कहा कि बंगाल में जिस प्रकार की हिंसा हो रही है, उसको लेकर मैं राज्यसभा की सदस्यता छोड़ रहा हूं.
बता दें कि दिनेश त्रिवेदी टीएमसी के दिग्गज नेता माने जाते हैं और ममता बनर्जी के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती थी. यूपीए-2 में रेल मंत्री रहे दिनेश त्रिवेदी ने अपना सियासी सफर कांग्रेस से शुरू किया था और बाद में जनता दल होते हुए ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से जुड़ गए थे. यूपीए के दूसरे कार्यकाल के दौरान 2011 में ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री बनी तो उन्होंने अपनी जगह दिनेश त्रिवेदी को रेल मंत्रालय का जिम्मा सौंप दिया था. इसके साथ ही बतौर रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने साल 2012 में रेल बजट पेश किया था.
दिनेश त्रिवेदी ने किराए में 2 से लेकर 30 पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि की थी. जबकि, उनसे पहले लालू यादव और ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहते हुए किराए नहीं बढ़ाए गए थे. रेल बजट को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी दिनेश त्रिवेदी की तारीफ की थी. हालांकि, ममता बनर्जी किराए में बढ़ोतरी को लेकर नाराज हो गई थीं और रेल बजट पेश किए जाने के 24 घंटे के भीतर दिनेश त्रिवेदी से इस्तीफा लेकर मुकुल रॉय को रेल मंत्री बना दिया था, लेकिन वो भी अब भाजपा का दामन थाम चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक, ममता बनर्जी ने दिनेश त्रिवेदी से रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए कहा, तो वे तैयार नहीं हुए थे. बाद में ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर कहा, दिनेश त्रिवेदी को रेलमंत्री के पद से हटाकर मुकुल रॉय को ये पद देना चाहिए. जिसके बाद दिनेश त्रिवेदी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया. फिर उन्होंने रेल मंत्री के पद से अपना इस्तीफा दे दिया था.
Upload By Samir Kumar