बंगाल और केंद्र के बीच आलापन बंद्योपाध्याय के मुद्दे पर जारी तनातनी को लेकर सोमवार को सीएम ममता बनर्जी ने अपनी बातों को रखा. दरअसल, सीएम ममता बनर्जी ने नबान्न में कोरोना और यास चक्रवात के बाद पैदा हुए हालात को लेकर अहम मीटिंग की. मीटिंग में सीएम ममता बनर्जी के अलावा मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय भी शामिल हुए. ममता बनर्जी के मुताबिक उन्होंने मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय के साथ दीघा के चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा किया है. प्रभावित इलाकों के मछुआरों को मदद पहुंचाने का जिम्मा राज्य के मुख्य सचिव पर है.
इसी बीच ममता बनर्जी की मीटिंग के बाद खबर आई कि आलापन बंद्योपाध्याय रिटायर हो चुके हैं. केंद्र और राज्य के विवाद के बीच पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय रिटायर हो गए. केंद्र की मोदी सरकार ने उन्हें पहले दिया गए तीन महीने के एक्सटेंशन को देने से इनकार कर दिया. इस फैसले के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार में राज्य के मुख्य सचिव रहे आलापन बंद्योपाध्याय को मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार नियुक्त कर दिया गया है. मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार के रूप में आलापन बंद्योपाध्याय तीन साल के लिए काम करते रहेंगे.
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अब बात करते हैं सीएम ममता बनर्जी की मीटिंग में क्या कुछ हुआ?. दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय को दिल्ली बुलाने के केंद्र के आदेश पर कहा कि 28 मई को हमें केंद्र सरकार की चिट्ठी मिली है. चिट्ठी में आलापन बंद्योपाध्याय को दिल्ली बुलाने के आदेश हैं. हमने केंद्र सरकार की चिट्ठी का जवाब भी दे दिया है. मुख्य सचिव के एक्सटेंशन के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने कहा कि यह उनके हाथ में नहीं है. सही समय आने पर उचित जवाब दिया जाएगा. आलापन बंद्योपाध्या को मंगलवार को ज्वाइन करने को कहा गया है. जिस कारण से मुख्य सचिव का एक्सटेंशन कराया गया है, वो अभी तक पूरा नहीं हो सका है.
We just got a letter from IAS cadre rules; GoI asks Alapan to join tomorrow. The purpose of extension of service is not served: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/Zsbu9C5GCc
— ANI (@ANI) May 31, 2021
सीएम ममता बनर्जी ने मीटिंग के दौरान राज्य की गरीब जनता को मदद पहुंचाने का आदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि राज्य की गरीब जनता को याद रखना होगा कि मैं आप सभी के लिए यहां मौजूद हूं. आपको किसी भी तरह के बहकावे की बातों में शामिल नहीं होना है. यास चक्रवात से निपटने के लिए राज्य सरकार को किसी तरह की मदद नहीं पहुंचाई गई है. हमें केंद्र सरकार की मदद चाहिए भी नहीं. इसके पहले भी ममता बनर्जी मुआवजे के ऐलान पर नाराजगी जता चुकी हैं.
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सीएम ममता बनर्जी ने नबान्न में आयोजित अहम बैठक में यास चक्रवात के अलावा राज्य में जारी कोरोना संकट पर भी अपनी बातें रखी. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी गिरावट देखी जा रही है. रोजाना के कोरोना संक्रमितों के मामले 10,000 के करीब गिरे हैं. जबकि, पॉजिटिविटी रेट भी 18-19 प्रतिशत है. ममता बनर्जी ने बताया कि पहले वेव की तुलना में मृत्यु दर 0.91 प्रतिशत है. वहीं, डिस्चार्ज रेट 91 प्रतिशत है.