पश्चिम बंगाल में सरकार चला रही टीएमसी ने ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का ऐलान किया है. इस पर बीजेपी ने ममता बनर्जी पर तंज कसा है. उन्हें आईना देखने को सलाह भी दी गई है. इसकी शुरुआत ममता बनर्जी ने निर्देश से हुई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने कई मंत्रियों और सांसदों को जिलाध्यक्ष के पद से चलता कर दिया है. बंगाल के कुछ बड़े जिलों में प्रभारियों को बांटकर काम करने के निर्देश दिए हैं. कई मंत्रियों को जिलाध्यक्ष के प्रभार से भी हटाया गया है. इसका फैसला टीएमसी में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के तहत किया गया है.
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ममता बनर्जी ने निर्देश के बाद नदिया के जिलाध्यक्ष पद से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, पूर्व मिदनापुर के जिलाध्यक्ष पद से सिंचाई मंत्री सौमेन महापात्रा, उत्तर 24 परगना के जिलाध्यक्ष के पद से वन मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक को हटा दिया गया है. इसके अलावा हावड़ा के प्रभारी पद से सहकारिता मंत्री अरूप रॉय और हावड़ा ग्रामीण के जिलाध्यक्ष पीएचईडी मंत्री पुलक रॉय को हटा दिया गया है. यह फैसला ‘एक व्यक्ति, एक पद’ की नीति को आधार बनाकर लिया गया है.
अगर पश्चिम बंगाल के जिलों की बात करें तो इनकी संख्या 23 है. अब, टीएमसी ने इन 23 जिलों को 35 यूनिट्स में विभाजित करके जिम्मेदारी तय की है. मुर्शिदाबाद और नदिया को दो भागों में, जबकि, उत्तर 24 परगना को चार यूनिट्स में विभाजित किया गया है. पश्चिम बंगाल की हॉट सीट नंदीग्राम को तमलुक और कोंटाई में बांटा गया है. नंदीग्राम सीट को तमलुक में रखा गया है. नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी को बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने हराने में सफलता हासिल की थी.
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ममता बनर्जी के फैसले पर बीजेपी प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने तंज कसा है. उन्होंने टीएमसी को प्राइवेट लिमिटेड पार्टी करार दिया है. शमिक भट्टाचार्य ने कहा है कि ममता का फैसला टीएमसी में चलता है. वो जो कहती हैं और जो करती हैं, टीएमसी हां में हां मिलाती है. ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का फैसला लेकर टीएमसी समय की बर्बादी कर रही है. शमिक भट्टाचार्य के मुताबिक टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पार्टी को संभाल रही हैं. वो राज्य की सीएम हैं. गृह मंत्रालय समेत कई विभागों का जिम्मा अपने पास रखे हुए हैं. इस स्थिति में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ को कैसे सही से लागू किया जा सकता है? अब, ममता दीदी को आईने में देखकर सही फैसला लेना होगा.