पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी चार-दिवसीय यात्रा पर राष्ट्रीय राजधानी पहुंचीं हैं. उनका अपने राज्य के वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के बकाये सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है. सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख बनर्जी ने पार्टी के सांसदों से यहां मुलाकात की और उनसे संसद के मौजूदा सत्र तथा 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर चर्चा की.
सूत्रों ने बताया कि बनर्जी के भतीजे और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी बैठक के दौरान काफी मुखर थे और उन्होंने सुझाव दिया कि संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिनों में सांसदों को कौन से मुद्दे उठाने चाहिए. दोनों ने स्पष्ट रूप से पार्टी सांसदों से कहा कि वे भाजपा से न ‘डरें’. बनर्जी का शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है.
सूत्रों ने बताया कि मोदी के साथ बैठक में उनके द्वारा पश्चिम बंगाल के जीएसटी बकाये पर चर्चा करने की संभावना है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सात अगस्त को नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि शनिवार को द्रमुक, टीआरएस और आप जैसे गैर-कांग्रेसी विपक्षी नेताओं के साथ बैठक भी होनी है. संसद में कांग्रेस के प्रति तृणमूल की गर्मजोशी के साथ ही, बनर्जी सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) की अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल सकती हैं.
Also Read: झारखंड के विधायकों की गिरफ्तारी मामले में CID पहुंची दिल्ली तो रोका गया जांच से, घंटों थाने में बैठाया
इस बीच, तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि हम (केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री) गिरिराज सिंह से मिले थे और उन्होंने 48 घंटे के भीतर मनरेगा मुद्दे को हल करने का वादा किया था. एक महीने से अधिक हो गया है और मुझे जो कुछ मिला है वह जवाबी पत्र है, जिसे मैंने ममता बनर्जी को दे दिया है.
सूत्रों ने संकेत दिया कि राज्य में नौकरियों के बदले नकदी घोटाले में पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के प्रवर्तन निदेशालय की जांच के घेरे में आने के कारण बनर्जी के मीडिया को संबोधित करने की संभावना नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी सात अगस्त को नीति आयोग की संचालन परिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें कृषि, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी.