मंगलुरु विस्फोट का आरोपी मोहम्मद शारिक मैसूर को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि आरोपी शारिक आईएसआईएस से प्रभावित था. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आलोक कुमार ने बताया कि शारिक अंतरराष्ट्रीय (आतंकवादी) संगठनों से प्रभावित था.
आतंकवादी संगठनों से संपर्क के लिए आरोपी शारिक करता था डार्क वेब का इस्तेमाल
पुलिस ने बताया कि मंगलुरु विस्फोट का आरोपी शारिक मोहम्मद मैसूर अपने आकाओं से संपर्क के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करता था. पुलिस का दावा है कि शारिक कई संचालकों के अधीन काम किया, जिसमें एक आईएसआईएस से प्रभावित आतंकवादी संगठन अल हिंद है.
Mangaluru autorickshaw blast | A passenger was carrying a bag that had a cooker bomb. It exploded, causing burn injuries to the passenger as well as driver of the auto. The auto driver is Purshottam Pujari & the passenger has been identified as Sharik: ADGP Alok Kumar#Karnataka pic.twitter.com/7VFvTjYTbW
— ANI (@ANI) November 21, 2022
आरोपी शारिक के घर से बम बनाने की सामग्री बरामद
आरोपी शारिक के घर से पुलिस ने बम बनाने की सामग्री बरामद की है. पुलिस ने उसी घर से बम बनाने की सामग्री बरामद की है, जहां आरोपी शारिक किराये पर रहता था.
शारिक कुकर में आईईडी बनाने की कर रहा था कोशिश, तटीय शहर में हुआ था विस्फोट
मालूम हो शिवमोगा जिले का निवासी शारिक कुकर में ‘आईईडी’ बनाने की कोशिश कर रहा था, जब तटीय शहर में विस्फोट हो गया था. एडीजीपी आलोक कुमार ने बताया, एक यात्री के पास एक बैग था जिसमें कुकर बम था. इसमें विस्फोट हो गया, जिससे यात्री के साथ-साथ ऑटो चालक भी झुलस गया. ऑटो चालक पुरुषोत्तम पुजारी है और यात्री की पहचान शारिक के रूप में हुई है. पुलिस लगातार आरोपी शारिक को बचाने की कोशिश में है, ताकी उससे विस्फोट मामले में पूछताछ कर सके. पुलिस ने इस विस्फोट को आतंकवाद का एक कृत्य करार दिया है, जिसके पीछे की मंशा गंभीर नुकसान पहंचाने की थी. पुलिस को शारिक के घर से बम बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले अमोनियम नाइट्रेट, नट, बोल्ट आदि अन्य सामग्री मिली है.
पुलिस 7 स्थानों की ले चुकी है तलाशी
मंगलुरु विस्फोट मामले में पुलिस सात स्थानों पर तलाशी अभियान चला रही है. पुलिस ने शारिक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है. शिवमोगा के जिला मुख्यालय शहर में 15 अगस्त को एक सार्वजनिक स्थान पर हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर लगाने को लेकर हुई सांप्रदायिक झड़प के मामले में भी शारिक का नाम सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद जबीहुल्ला उर्फ चारबी, सैयद यासीन और माज़ मुनीर अहमद को गिरफ्तार किया था जबकि शारिक फरार था. यासिन और माज ने पुलिस को बताया था कि शारिक ने उन्हें बरगलाया था. ये लोग देश में एक इस्लामिक स्टेट बेस स्थापित करने की योजना बना रहे थे और देश में एक खिलाफत स्थापित करना चाहते थे. कुमार ने बताया कि शारिक मंगलुरु में आपत्तिजनक भित्तिचित्र बनाने के मामले में भी शामिल था.