मैंगलोर में दीवार पर आतंकवाद समर्थित कंटेंट लिखने के आरोप में इंजीनियरिंग छात्र समेत दो गिरफ्तार
कर्नाटक के मैंगलोर (Mangaluru) में एक इंजीनियरिंग छात्र सहित दो लोगों को पुलिस गिरफ्तार किया है. इनपर शहर के इमारतों दिवार पर आतंकवाद के समर्थन में कंटेट (Pro terror Giraffti) लिखने का आरोप हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इनकी पहचान मोहम्मद शारिक और माज मुनीर अहमद के तौर पर हुई है. जिनमें से एक की उम्र 22 और एक की उम्र 21 साल बतायी जा रही है. वे दोनों कथित तौर पर मैंगलोर में लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन करने वाले कंटेट दीवारों पर लिख रहे थे.
कर्नाटक के मैंगलोर में एक इंजीनियरिंग छात्र सहित दो लोगों को पुलिस गिरफ्तार किया है. इनपर शहर के इमारतों दिवार पर आतंकवाद के समर्थन में कंटेट लिखने का आरोप हैं. टाइम्स ऑफ इंडियाके मुताबिक इनकी पहचान मोहम्मद शारिक और माज मुनीर अहमद के तौर पर हुई है. जिनमें से एक की उम्र 22 और एक की उम्र 21 साल बतायी जा रही है. वे दोनों कथित तौर पर मैंगलोर में लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन करने वाले कंटेट दीवारों पर लिख रहे थे.
रिपोर्ट में मैंगलोर पुलिस के हवाले से कहा गया है कि दो लोग “ध्यान साधक” हैं और एक दूसरे के लिए जाने जाते हैं. पुलिस ने बताया कि शारिक एक बीकॉम स्नातक है और अपने पिता की स्टोर में काम करता है, अहमद तीसरे वर्ष का इंजीनियरिंग छात्र है.
पुलिस ने आगे कहा कि दोनों आरोपी कर्नाटक के शिमोगा जिले में तीर्थहल्ली के रहने वाले हैं. इनमें से एक की जांच की जा रही है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक पुलिस कमिश्नर विकाश कुमार ने पहले कंटेंट, जिसे अंग्रेजी में उर्दू शब्दों में लिखा गया था उसे 27 नवंबर को मंगलुरु उत्तर पुलिस स्टेशन की सीमाओं के तहत एक जीर्ण दीवार पर पाया गया था.
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उन्होंने बताया कि इसकी जांच के लिए कई टीमों ने काम किया जिसमें डीसीपी (अपराध और यातायात) विनय ए गोनकर और डीसीपी (कानून और व्यवस्था) हरिराम शंकर ने नेतृत्व किया और कुछ समय बाद आरोपियों की पहचान करने के बाद मामला दर्ज कर लिया गया.
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ हफ़्ते के बाद वे एक प्रमुख स्थान को चुनते थे और संदेश लिखते थे, जहां हर कोई उनके आंतकवाद समर्थित कंटेट को पढ़ सके. इस आंदोलन के लिए उन्होंने पूरी साजिश रची. पुलिस कमिश्नर विकास कुमार ने कहा कि फिलहाल जांच की जा रही है इसके बाद उनके बैकग्राउंड का पता चलेगा.
इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) सहित सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि अल-कायदा जैसे कई आतंकी संगठन देश भर में हमले करने की योजना बना रहे हैं और संभव है कि पाकिस्तान के हैंडलर की मदद से इन युवाओं को बरगला सकते हैं. जांच एजेंसियों की रिपोर्ट से पता चला है कि कई बड़े राजनीतिक नेता आतंकवादियों की हिट लिस्ट में हैं.
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Posted By: Pawan Singh