मणिपुर ने जारी हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही. ताजा घटना थौबाल जिले की है जहां, हजारों उपद्रवियों ने आईआरबी कैंप पर धावा बोला और हथियार एवं गोला-बारूद लूटने ने का प्रयास किया. मगर बीएसएफ की सूझ-बूझ के चलते लूटपाट को रोक जा सका, वहीं इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि चार जवान समेत 16 लोग घायल हो गए.
आपको बताएं की लगातार हिंसा की मार झेल रहे मणिपुर में मंगलवार को आईआरबी कैंप से हथियार और गोला-बारूद लूटने की कोशिश उस व्यक्त नाकाम हो गई जब बीसएफ और असम राइफल्स के जवानों ने भीड़ को कैंप के अंदर घुसने से रोक दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए जवानों को फायरिंग करनी पड़ी़, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई घायल हो गए. भीड़ की तरफ से की गई फायरिंग में चार जवान भी घायल हुए हैं.
सूत्रों के मुताबिक असम राइफल्स के एक वाहन को भी भीड़ ने आग लगा दी. घटना में एआर का एक और बीएसएफ के तीन जवान घायल हो गए. कथित तौर पर भीड़ ने सैनिकों पर भी गोलीबारी की. सूत्रोें के मुताबिक शाम को थौबाल जिले में ही एक जवान के घर को भीड़ ने आग लगा दी. इस बीच, बीएसएफ और आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) की एक टीम इलाके में पहुंची और आसपास के इलाकों में गश्त कर रही है. स्थिति अभी नियंत्रण में बताई जा रही है
मणिपुर में बुधवार से पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूल फिर खुलने जा रहे हैं. राज्य के शिक्षा विभाग की तरफ से एक दिन पहले ही यह घोषणा की थी. सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य में सुरक्षा इंतजाम और कड़े किएं हैं. संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों और अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. उधर, मणिपुर में सोमवार रात उपद्रवियों ने चुराचांदपुर जिले में कुकी नेता के घर में आग लगा दी. हालांकि, सोंगपी में केएनओ के प्रवक्ता सेलेन हाओकिप के घर लगाई गई इस आग में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है.
Also Read: Explainer: क्या है धारा-370 का इतिहास, जिसे निरस्त करने के खिलाफ दायर याचिकाओं पर SC करेगा सुनवाई