Manipur Election 2022: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मणिपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और तंज कसते हुए कहा कि ‘झूठ के जगतगुरू’ आज भी अपने स्वभाव के मुताबिक दिखे. उन्होंने यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा), महंगाई और न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसे मुद्दों पर खामोश क्यों रहे?
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को मणिपुर में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘‘डबल इंजन” की सरकार ने पूरी ईमानदारी से मणिपुर के विकास का प्रयास किया है और बड़ी ‘‘मेहनत” से आगामी 25 साल के लिए उसके विकास की एक ‘‘ठोस नींव” तैयार की है. उन्होंने जनसभा में यह भी कहा कि पिछले पांच साल में राज्य में स्थिरता और शांति बहाल करने की जो प्रक्रिया शुरु हुई है, उसे अब स्थायित्व देना है और इसके लिए भाजपा की सरकार बनानी जरूरी है.
मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री जो भी दावे करें, लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा सरकार ने पिछले पांच वर्षों में राज्य की स्वायत्त जिला परिषदों का चुनाव नहीं कराके इनके लिए दरवाजे बंद कर दिए हैं. उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया कि यह स्थानीय स्तर पर लोकतंत्र की हत्या है.
Also Read: मणिपुर में भाजपा 40 से अधिक सीटों पर दर्ज करेगी जीत, प्रदेश अध्यक्ष शारदा देवी का दावा
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि इम्फाल में आज ‘झूठ के जगतगुरू’ अपने स्वभाव के मुताबिक नजर आए. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि मणिपुर में टीकाकरण पूरी तरह से हो गया है, जबकि यह राज्य देश में टीकाकरण की दर के मामले में काफी पीछे है. टीकाकरण के लिए पात्र कुल आबादी में सिर्फ 47.6 प्रतिशत लोगों को ही टीकों की दोनों खुराक दी गई है. रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री आफस्पा, एमएसपी, सिंचाई, महंगाई बेरोजगरी तथा राज्य में मादक पदार्थों के सीमापार कारोबार के मुद्दों पर पूरी तरह क्यों खामोश रहे? उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोग मन बना चुके हैं। 10 मार्च को भाजपा को अलविदा.