मणिपुर में कांग्रेस पर गरजे नितिन गडकरी, बोले- पूर्वोत्तर के विकास को कभी नहीं दी प्राथमिकता
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को मणिपुर में एक जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
Manipur Elections 2022 केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को मणिपुर में एक जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने कहा कि 1947 के बाद बहुत सरकारें आईं, लेकिन कांग्रेस ने पूर्वोत्तर के विकास को कभी प्राथमिकता नहीं दी. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस क्षेत्र का विकास करना शुरू किया है.
बीजेपी पर लगाए जा रहे झूठे आरोप
मणिपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आगे कहा कि कुछ लोग भारतीय जनता पार्टी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं कि हम अल्पसंख्यकों के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी जाति, धर्म, पंथ, लिंग के आधार पर कभी भेदभाव नहीं करते हैं. लोगों की जाति, धर्म, पंथ, लिंग अलग हो सकते हैं, लेकिन हम सब भारतीय हैं और हम गरीबी के खिलाफ लड़ना चाहते हैं.
बीजेपी आम जनता की पार्टी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मणिपुर के सहयोग के बिना हम आत्मनिर्भर भारत की सफलता की कल्पना नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार मणिपुर के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. नितिन गडकरी ने कहा कि राज्य में हाईवे के निर्माण के लिए कई परियोजनाओं का एलान किया जा रहा है. ये चुनाव किसी भी राजनीतिक दल का भविष्य बनाने नहीं जा रहे हैं, बल्कि मणिपुर के भविष्य का निर्माण करने जा रहे हैं. भाजपा आम जनता की पार्टी है और हम पूरे देश के बारे में सोचते हैं.
मणिपुर में 28 फरवरी और 5 मार्च को दो चरणों में मतदान होगा
बता दें कि मणिपुर विधानसभा चुनाव (Manipur Vidhan Sabha Chunav 2022) के लिए 28 फरवरी और 5 मार्च को दो चरणों में मतदान होना है. वहीं, 10 मार्च को मतगणना के बाद चुनाव के परिणाम आएंगे. मणिपुर में इस समय मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की अगुवाई में भाजपा की अपने क्षेत्रीय सहयोगी दलों के साथ गठबंधन की सरकार है. 2017 के विधानसभा चुनाव में अकेली सबसे बड़ी पार्टी रहने वाली कांग्रेस इस बार यहां सत्ता में वापसी करने की कोशिश में है.