Manipur: क्वाक्टा ब्लास्ट में विद्रोहियों का हाथ ! एनआईए करेगी मामले की जांच
पुलिस के बयान के अनुसार, विस्फोटक एक महिंद्रा स्कॉर्पियो के अंदर फिट किया गया था जिसे अज्ञात बदमाशों ने पुल के ऊपर पार्क किया था. विस्फोट के बाद, पश्चिमी तरफ पुल का कुछ हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और तीन लड़कों को मामूली चोटें आईं
Manipur: मणिपुर पुलिस ने कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा गांव में हुए विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दी गई है क्योंकि इसमें विद्रोहियों की संलिप्तता अत्यधिक संदिग् है. मणिपुर पुलिस ने एक बयान में कहा, चूंकि उपर्युक्त मामले में राज्य और सीमा पार से एक्टिव विद्रोहियों की संलिप्तता अत्यधिक संदिग्ध है, इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में मामले को एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को स्थानांतरित किया जा रहा है.
पश्चिमी तरफ पुल का कुछ हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त
इससे पहले 21 जून को शाम 7.10 बजे टिडिम रोड पर फौगाखेगाओ इखाई अवांग लीकाई और क्वाक्टा के निकटवर्ती क्षेत्र में स्थित एक पुल पर एक एसयूवी में विस्फोट हुआ था. पुलिस के बयान के अनुसार, विस्फोटक एक महिंद्रा स्कॉर्पियो के अंदर फिट किया गया था जिसे अज्ञात बदमाशों ने पुल के ऊपर पार्क किया था. विस्फोट के बाद, पश्चिमी तरफ पुल का कुछ हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और तीन लड़कों को मामूली चोटें आईं, इससे पहले कि उन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए घटनास्थल से निकाला गया.
विपक्षी दलों ने पीएम मोदी की चुप्पी पर उठाया सवाल
मामले की आगे की जांच के लिए भारतीय दंड संहिता (IPC), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और पीडीपीपी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत फौगाचाओ इखाई पुलिस स्टेशन में स्वत: संज्ञान मामला दर्ज किया गया था. अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वाहन चुराचांदपुर की ओर से आया था. इससे पहले, मणिपुर में हिंसा पर केंद्र द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में शांति बहाल करने का आश्वासन दिया, जबकि विपक्षी दलों ने इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया.
सुझावों पर खुले मन से विचार करेगी सरकार
हिंसाग्रस्त राज्य की स्थिति का जायजा लेने के लिए अमित शाह ने बैठक बुलाई थी. बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा और सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास सहित अन्य नेता मौजूद हैं. बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने संवेदनशील और अराजनीतिक तौर पर मणिपुर में शांति बहाली के लिए अपने सुझाव दिए और सरकार इन सुझावों पर खुले मन से विचार करेगी.
13 जून के बाद से नहीं गई कोई जान
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले दिन से ही मणिपुर की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और इस समस्या का समाधान खोजने के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं. गृह मंत्री ने स्थिति को शांत करने और मणिपुर में विभिन्न समुदायों के बीच जल्द से जल्द शांति और विश्वास बहाल करने में मदद के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग का आग्रह किया. हालांकि, शाह ने यह भी कहा कि मणिपुर में स्थिति सामान्य है क्योंकि 13 जून के बाद से कोई जान नहीं गई है.