Manipur Violence: मणिपुर वीडियो मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार, इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा… पढ़ें 10 बड़ी बातें

मणिपुर हिंसा मामले में पूरे देश में आक्रोश है. वायरल वीडियो घटना को लेकर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही इलाके की सुरक्षा भी कड़ी कर दी है. विपक्ष इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर रहा है. , तो सरकार का आरोप है कि बिहार, बंगाल और राजस्थान की हालत इससे कही ज्यादा बुरी है.

By Agency | July 23, 2023 8:26 AM

Manipur Violence: मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. इधर पुलिस भी घटना को लेकर आरोपियों को गिरफ्तार करने में लगी है. इसी कड़ी में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके बाद मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है. गिरफ्तार आरोपियों में वह शख्स भी शामिल है जो वायरल हुए वीडियो में एक महिला को घसीटते हुए दिखाई दे रहा है. पुलिस ने कहा कि कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी करके बाकी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. वहीं, मणिपुर पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर कहा है कि चार मई को दो महिलाओं के वायरल वीडियो के संबंध में एक और आरोपी को आज गिरफ्तार किया गया. मामले में अब तक पांच मुख्य आरोपी और एक किशोर समेत कुल छह लोगों को पकड़ा या गिरफ्तार किया गया है.

मणिपुर में दो महिलाओं से दुष्कर्म, हत्या
इधर मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाने के अलावा दो अन्य महिलाओं से कथित रूप से दुष्कर्म और फिर हत्या का मामला सामने आया है. यह घटना चार मई की है. इस मामले में मणिपुर पुलिस की ओर से दर्ज की गयी प्राथमिकी में दोनों के यौन उत्पीड़न से संबंधित किसी धारा का जिक्र नहीं है. इसके बजाय केवल लूट, शरारत व अनाधिकार प्रवेश का मामला दर्ज किया गया है. घटनास्थल से 35 किमी दूर कांगपोपकी जिले के सैकुल थाने में पीड़िताओं में से एक की मां की शिकायत पर 16 मई को पुलिस ने शून्य प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एक अधिकारी ने कहा कि चूंकि यह शून्य प्राथमिकी है, इसलिए मामले की जांच शुरू होने पर अन्य धाराएं जोड़ी जा सकती हैं. किसी थाने को जब ऐसे अपराध की शिकायत मिलती है, जो उसके क्षेत्राधिकार के बाहर का हो, तो वह थाना शून्य प्राथमिकी दर्ज करता है.  

1. सौ से 200 लोगों की थी भीड़- पीड़िता की मां
वहीं, पीड़िता की मां ने दावा किया कि चार मई को कथित रूप से बहुसंख्यक समुदाय से संबंधित 100 से 200 अज्ञात लोगों ने उनकी बेटी व उसकी सहेली से दुष्कर्म करने के अलावा उन्हें प्रताड़ित किया. फिर क्रूरता पूर्वक दोनों की हत्या कर दी. दोनों लड़कियां कार सफाई की एक दुकान पर काम करती थीं और इंफाल पूर्वी के कोनुंग ममांग में किराये के घर में रहती थीं. दोनों के शव अभी तक उनके परिजनों को नहीं सौंपे गये हैं. संभवत: शव इंफाल घाटी के एक अस्पताल में रखे गये हैं. राज्य में जातीय संघर्ष के कारण उनका परिवार वहां नहीं पहुंच सका है.

2. करगिल युद्ध में हिस्सा ले चुके हैं पीड़िता के पति

बता दें कि मणिपुर में भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाई गयी दो महिलाओं में से एक के पति एवं करगिल युद्ध में हिस्सा ले चुके पूर्व सैन्यकर्मी ने अफसोस जताते हुए कहा कि उन्होंने देश की रक्षा की, लेकिन वह अपनी पत्नी को अपमानित होने से नहीं बचा सके. महिलाओं के साथ चार मई को हुई इस घटना का वीडियो बुधवार को सामने आया जिसके बाद देशभर में गुस्सा है. एक पीड़िता के पति भारतीय सेना की असम रेजिमेंट में सूबेदार के तौर पर सेवा प्रदान कर चुके हैं.

3. राज्य में सुरक्षा और कड़ी

मणिपुर पुलिस और केंद्रीय बलों ने महिलाओं के साथ बेअदबी के सामने आये वीडियो के मद्देनजर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्य में सुरक्षा कड़ी और कर दी है. पुलिस ने बताया कि सुरक्षाकर्मी कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रहे हैं. इसके अलावा हवाई निगरानी भी तेज कर दी गई है. पुलिस ने बताया कि सुरक्षाकर्मी कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर इस घटना के बाकी बचे आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.

4. आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
इधर, दो महिलाओं के साथ बर्बरता का वीडियो सामने आने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों की महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. मिजोरम राज्य महिला आयोग, अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी व नगा मदर्स एसोसिएशन ने भी राष्ट्रीय महिला आयोग और मणिपुर सरकार को पत्र लिखकर दोनों महिलाओं के लिए तुरंत न्याय और सभी महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की मांग की है.

5. कांगपोकपी केस में दो और गिरफ्तार
पुलिस ने चार मई को कांगपोकपी जिले में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में शनिवार को एक किशोर समेत दो लोगों को पकड़ा है. इस मामले में अब तक छह लोगों को पकड़ा गया है. इनमें वह व्यक्ति भी शामिल है जिसे सार्वजनिक हुए वीडियो में बी फाइनोम गांव में एक महिला को घसीटते हुए देखा गया था. पुलिस कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी करके बाकी अपराधियों की गिरफ्तारी में जुटी है.

6. केंद्र संसद में तथ्यों को रखेगा- रिजिजू
इस मामले में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि केंद्र सरकार मणिपुर की घटना पर संसद में तथ्यों को रखेगी. वहीं, कोच्चि में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपियों को फांसी देने की मांग की है. केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार मणिपुर में स्थिति को गंभीरता से देख रही है. उन्होंने मणिपुर में विभिन्न समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार की घटनाएं गंभीर चिंता का विषय हैं. उन्होंने ये भी कहा कि मणिपुर एक संवेदनशील मुद्दा है और भारत सरकार इसपर बहुत गंभीरता से विचार कर रही है. महिलाओं के साथ अत्याचार एक गंभीर मुद्दा है. बहुत से लोग घर जला रहे हैं..हम सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं. आठवले ने कहा कि मैं दोनों पक्षों से अपील करता हूं, शांति बनाये रखें. हम वहां हिंसा नहीं चाहते हैं, हम शांति चाहते हैं.  

7. विपक्षी दल सोमवार को करेंगे संसद के बाहर प्रदर्शन
मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर बहस करने को लेकर संसद में गतिरोध के बीच विभिन्न विपक्षी दलों के सांसदों ने दोनों सदनों में इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान के लिए दबाव बनाने के वास्ते सोमवार को संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास विरोध-प्रदर्शन की योजना बनायी है. विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार मणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर संसद में चर्चा टालने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है. सरकार केंद्रीय गृह मंत्री के जवाब के साथ मणिपुर मुद्दे पर अल्पकालिक चर्चा कराने पर सहमत हो गई है, लेकिन विपक्ष पहले प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहा है. मणिपुर के एक गांव में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और उनके साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद विपक्ष इस मांग पर अड़ गया है.

8. सीएम हेमंत सोरेन ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र

मणिपुर हिंसा और महिलाओं के खिलाफ हुए अत्याचार पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने दुख जाहिर किया है. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर हिंसा प्रभावित मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अकथनीय अत्याचार पर दुख व्यक्त किया और उनसे पूर्वोत्तर राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया. मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाने का वीडियो सामने आने के कुछ दिनों बाद सोरेन ने पत्र में कहा कि देश मणिपुर में आदिवासियों के साथ बर्बर तरीके का व्यवहार नहीं होने दे सकता. सोरेन ने कहा है, क्रूरता के सामने चुप्पी एक भयानक अपराध है, इसलिए मैं आज मणिपुर में हिंसा पर भारी मन और गहरी पीड़ा के साथ आपको पत्र लिखने के लिए मजबूर हूं. मैं मणिपुर के बिगड़ते हालत, महिलाओं के खिलाफ अकथनीय अत्याचार और यौन शोषण को लेकर बहुत व्यथित और चिंतित हूं.

9. राजस्थान, बंगाल, बिहार में महिलाओं के साथ जघन्य अपराध ज्यादा- बीजेपी
मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष के लगातार हो रहे हमले के बीच बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राजस्थान, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे विपक्ष शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों की सूची लंबी है लेकिन विपक्षी पार्टियां मणिपुर की घटना पर राजनीति कर रही हैं. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने राजस्थान, बिहार व पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ दर्ज कुछ आपराधिक मामलों का संदर्भ दिया और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं अन्य विपक्षी दलों के नेताओं पर गैर-भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के साथ अपराधों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया. ठाकुर ने आरोप लगाया कि राजस्थान में पिछले चार सालों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के एक लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. राजस्थान में कुल 33 हजार मामले महिलाओं के यौन उत्पीड़न से संबंधित हैं.

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10. स्वाति मालीवाल को मणिपुर दौरा करने से रोका
इधर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि मणिपुर सरकार ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से मिलने के लिये राज्य की यात्रा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. मालीवाल, आज यानी 23 जुलाई को पूर्वोत्तर दौरे पर जाने वाली थी. दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने का वीडियो सामने आने के बाद शुक्रवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को अपनी यात्रा के बारे में पत्र लिखा था. मालीवाल ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर इस मामले में कदम उठाने का आग्रह किया था.

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