मणिपुर हिंसा: फर्जी वीडियो को लेकर सतर्क रहने की सलाह, उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश
मणिपुर में मेइती को एसटी में शामिल करने की मांग को लेकर जारी हिंसा अब और ज्यादा हिंसक हो गई है, जिसके मद्देनजर सरकार ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है. भारतीय सेना अलर्ट मोड पर है. वहीं सेना ने हिंसा के फर्जी वीडियो को लेकर लोगों को सतर्क रहने को कहा है.
मणिपुर में मेइती को एसटी में शामिल करने की मांग को लेकर जारी हिंसा अब और ज्यादा हिंसक हो गई है, जिसके मद्देनजर सरकार ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है. आपको बताएं की इम्फाल, चुराचांदपुर और अन्य क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में आदिवासियों और मैतेई लोगों के बीच झड़पों की सूचना मिली है. जिसके बाद से भारतीय सेना अलर्ट मोड पर है. वहीं सेना ने हिंसा के फर्जी वीडियो को लेकर लोगों को सतर्क रहने को कहा है.
Fake videos on security situation in Manipur including a video of attack on Assam Rifles post are being circulated by inimical elements for vested interests. Indian Army requests all to rely on content through official & verified sources only: Indian Army pic.twitter.com/xM3qOUb1xR
— ANI (@ANI) May 4, 2023
हिंसा बढ़ाने के लिए वायरल किया जा रहा वीडियो
फर्जी वीडियो में असम राइफल्स पोस्ट पर हमले का वीडियो भी शामिल है, जिसे हिंसा बढ़ाने के लिए वायरल किया जा रहा है. सेना ने नागरिकों से केवल आधिकारिक और सत्यापित स्रोतों की खबरों पर भरोसा करने की अपील की है. यहां हिंसक भीड़ ने कई घरों, दुकानों और धार्मिक स्थलों को आग के हवाले कर दिया है. यहां तक कि इम्फाल में एक विधायक पर हमला भी हुआ था.
इंडियन आर्मी ने फर्जी वीडियो को लेकर किया सतर्क
इसे लेकर भारतीय सेना ने ट्वीट किया कि “असम राइफल्स पोस्ट पर हमले के वीडियो सहित मणिपुर में सुरक्षा स्थिति पर फर्जी वीडियो को शत्रुतापूर्ण तत्वों की तरफ से निहित स्वार्थों के लिए शेयर किया जा रहा है. भारतीय सेना सभी से केवल आधिकारिक और सत्यापित स्रोतों के माध्यम से दी जाने वाली खबरों पर भरोसा करने का अनुरोध करती है