Manipur Violence: मणिपुर ने बढ़ाई मोदी सरकार की टेंशन, गृह मंत्री अमित शाह ने की बड़ी बैठक
Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा की स्थिति बनी हुई है. जिरीबाम जिले में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिलने के बाद इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. जिसके बाद से अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया. गुस्साई भीड़ ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर भी हमला कर दिया था. इधर मणिपुर की स्थिति ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की टेंशन बढ़ा दी है.
Manipur Violence: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की रविवार को समीक्षा की. उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों को राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया.
मणिपुर हिंसा के मद्देनजर शाह ने चुनावी रैलियां रद्द की
अमित शाह ने महाराष्ट्र में अपनी चुनावी रैलियां रद्द करके लौटने के तुरंत बाद यह बैठक की. केंद्रीय गृह मंत्री सोमवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ एक और विस्तृत बैठक करेंगे.
मणिपुर पिछले साल मई से ही जातीय संघर्ष से जूझ रहा
मणिपुर में महिलाओं और बच्चों के शव बरामद होने के बाद विरोध-प्रदर्शन और हिंसा के कारण स्थिति अस्थिर बनी हुई है. मणिपुर पिछले साल मई से ही जातीय संघर्ष से जूझ रहा है. इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में गुस्साई भीड़ ने बीजेपी के तीन मंत्री और विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास को आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर भी धावा बोलने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
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मणिपुर में अफस्पा की वापसी
मणिपुर में नाजुक स्थिति को देखते हुए केंद्र ने गुरुवार को हिंसा प्रभावित जिरीबाम सहित राज्य के छह पुलिस थाना क्षेत्रों में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफस्पा) को पुनः लागू कर दिया. इंफाल घाटी में बसे मेइती और समीपवर्ती पहाड़ियों में बसे कुकी-जो समुदाय के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं.