Manipur Violence : मणिपुर में हुई जातीय हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 54 हो गयी है, जबकि 150 से अधिक घायल हैं. गैर आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, हिंसा में 100 से अधिक लोग मारे गये हैं. इधर, इंफाल घाटी में शनिवार को जनजीवन सामान्य होता नजर आया. दुकानें फिर से खुलीं और सड़कों पर कार भी चलती दिखीं. अधिकारियों ने बताया कि सभी प्रमुख क्षेत्रों और सड़कों पर सेना के जवानों की तैनाती की गयी है. शुक्रवार को जिन इलाकों में उग्रवादी समूहों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई थी, वहां पर बेरीकेड लगा कर घेराबंदी कर दी गयी है.
इस बीच, मणिपुर से 1,100 से अधिक लोग असम के कछार जिलों में पहुंच गये हैं. वहीं, छात्रों समेत करीब 500 लोग इंफाल एयरपोर्ट पर नजर आये, जो राज्य से बाहर निकलने की कोशिश में हैं. इस बीच, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की और जातीय समुदायों के बीच एक संवाद शुरू करने को कहा. बता दें कि मेइती समुदाय की एसटी दर्जा की मांग के खिलाफ बुधवार को कुकी और नगा सहित आदिवासियों ने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद दंगा भड़क गया था.
#WATCH | Patrolling by security forces underway in Manipur's Imphal#ManipurViolence pic.twitter.com/DSaag71gK8
— ANI (@ANI) May 6, 2023
नयी दिल्ली. मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सात मई को होने वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी को स्थगित कर दिया गया है. एनटीए ने शनिवार को बताया कि जिन उम्मीदवारों का परीक्षा केंद्र मणिपुर में है, उनके लिए नयी तारीख की घोषणा जल्द की जायेगी.
हिंसा प्रभावित मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में रविवार सुबह कर्फ्यू में तीन घंटे की ढील दी जाएगी, ताकि लोग दवा और भोजन जैसी आवश्यक वस्तुएं खरीद सकें. एक अधिसूचना में ये जानकारी दी गयी है. इसके अनुसार दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत लगाए गए कर्फ्यू में सुबह सात बजे से सुबह 10 बजे तक ढील दी जाएगी. शनिवार को भी अपराह्न तीन बजे से शाम पांच बजे तक दो घंटे की ढील दी गयी थी.
Also Read: Manipur Violence: मणिपुर में फंसे यूपी-बिहार के सौ से अधिक छात्र, सीएम योगी से की रेस्क्यू की अपीलमुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार रात अधिसूचना की प्रति साझा करते हुए ट्वीट किया कि चुराचांदपुर जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार होने और राज्य सरकार और विभिन्न हितधारकों के बीच बातचीत के बाद, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कर्फ्यू में आंशिक रूप से ढील दी जाएगी. आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के सदस्यों के बीच हिंसक झड़पों के बाद तीन मई को कर्फ्यू लगा दिया गया था. हिंसा में अब तक हजारों लोग विस्थापित हुए हैं और कम से कम 54 लोगों की मौत हो चुकी है.
भाषा इनपुट के साथ
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— M C Mary Kom OLY (@MangteC) May 3, 2023