इटली से लाए भारत की बहुमूल्य धरोहर, मन की बात में बोले पीएम मोदी, जीवन को गढ़ती है मातृभाषा
पीएम मोदी ने अपने खास कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश के लोगों से बात की. मन की बात में पीएम मोदी ने बताया कि इटली से भारत की बहुमूल्य धरोहर अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की हजार साल से भी ज्यादा पुरानी प्रतिमा को वापस लाने में हम सफल रहे हैं.
Mann ki Baat, PM Modi: पीएम मोदी ने अपने खास कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश के लोगों से बात की. मन की बात में पीएम मोदी ने बताया कि इटली से भारत की बहुमूल्य धरोहर अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की हजार साल से भी ज्यादा पुरानी प्रतिमा को वापस लाने में हम सफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा कुछ साल पहले पहले बिहार में गया के देवी स्थान कुंडलपुर मंदिर से चोरी हो गई थी. लेकिन अब इसे देश वापस ले आया गया है.
वहीं मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि, साल 2019 में हिन्दी दुनिया की सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में तीसरे क्रमांक पर थी. इस बात का भी हर भारतीय को गर्व होना चाहिए. भाषा केवल अभिव्यक्ति का ही माध्यम नहीं है, बल्कि भाषा, समाज की संस्कृति और विरासत को भी सहेजने का काम करती है.
मोदी ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, हॉलैंड, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, सिंगापुर, ऐसे कितने ही देशों ने भारत की इस भावना को समझा है और मूर्तियां वापस लाने में हमारी मदद की है. उन्होंने कहा, ‘अभी आपने कुछ दिन पहले देखा होगा, काशी से चोरी हुई मां अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा भी वापस लाई गई थी. यह भारत के प्रति बदल रहे वैश्विक नजरिये का ही उदाहरण है.
भारतीय संगीत गाने की प्रशंसा : पीएम मोदी ने तंजानिया के भाई-बहन किलि पॉल और उनकी बहन नीमा की भी तारीफ की. पीएम मोदी ने कहकि, वो बहुत चर्चा में हैं. उनके अंदर भारतीय संगीत को लेकर एक जुनून है, भारतीय संगीत को लेकर उनमें एक दीवानगी है, इस कारण वे काफी लोकप्रिय भी हैं. पीएम मोदी ने कह कि राष्ट्रगान गाते हुए उनका वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है.
अपने खास कार्यक्रम मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि, कल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस है, इस दिन रमन इफेक्ट की खोज के लिए भी जाना जाता है. पीएम मोदी ने कहा कि वो सी.वी. रमन के साथ उन सभी वैज्ञानिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने हमारी वैज्ञानिक यात्रा को समृद्ध बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
भाषा इनपुट के साथ
Posted by: Pritish Sahay