Mann Ki Baat: मन की बात का आज 105वां एपिसोड, महिला आरक्षण बिल पर पीएम मोदी कर सकते हैं चर्चा

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार (24 सितंबर) को देशवासियों को अपने खास कार्यक्रम मन की बात के जरिए संबोधित करेंगे. पीएम मोदी की मन की बात कार्यक्रम का आज 105वां एपिसोड हैं. पीएम मोदी अपने मन की बात के एपिसोड में आज महिला आरक्षण बिल पर देश वासियों से बात कर सकते हैं.

By Pritish Sahay | September 24, 2023 7:40 AM

Mann Ki Baat PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश वासियों से एक बार फिर मन की बात करेंगे. पीएम मोदी के मन की बात का यह 105वां एपिसोड होगा. पीएम मोदी अपने मन की बात के एपिसोड में आज महिला आरक्षण बिल पर देश वासियों से बात कर सकते हैं. इससे पहले 27 अगस्त को उन्होंने मन की बात का 104वां एपिसोड में चंद्रयान 3 की सफलता, G-20 की बैठक समेत कई मुद्दों पर बात की थी.  इसके अलावा पीएम  मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 9 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखाएंगे.

प्रधानमंत्री मोदी नौ वंदे भारत ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
मन की बात के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी रविवार को 11 राज्यों के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली नौ वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. पीएम मोदी राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात को वंदे भारत ट्रेन की सौगात देंगे. बयान के मुताबिक, नयी वंदे भारत ट्रेन उदयपुर-जयपुर, तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई, हैदराबाद-बेंगलुरु, विजयवाड़ा-चेन्नई, पटना-हावड़ा, कासरगोड-तिरुवनंतपुरम, राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी, रांची-हावड़ा और जामनगर-अहमदाबाद के बीच चलेंगी. 

चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा

बीते महीने के मन की बात में पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की चर्चा करते हुए कहा था कि मिशन चंद्रयान-3 की सफलता से देशभर में उत्साह का माहौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता की चर्चा करते हुए कहा था कि 23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया कि संकल्प के सूरज चांद पर उगते हैं. मिशन चंद्रयान नए भारत की उस स्प्रीट का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता है.

संस्कृत भाषा की वैज्ञानिकता पर बात

प्रधानमंत्री मोदी ने संस्कृत भाषा की वैज्ञानिकता के बारे में चर्चा करते हुए कहा था कि संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है. इसे कई आधुनिक भाषाओं की जननी भी कहा जाता है. संस्कृत अपनी प्राचीनता के साथ-साथ अपनी वैज्ञानिकता और व्याकरण के लिए भी जानी जाती है. भारत का कितना ही प्राचीन ज्ञान हजारों वर्षों तक संस्कृत भाषा में ही संरक्षित किया गया है.

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