Maternity Leave : सरकार का बड़ा फैसला, महिला कर्मचारियों को 180 दिन का मैटरनिटी लीव, पुरुषों को भी मिलेगी छुट्टी

Maternity Leave : ओडिशा सरकार ने बड़ा फैसला किया है. महिला कर्मचारियों को 180 दिनों का मैटरनिटी लीव दिया जाएगा. पुरुषों को भी मिलेगी छुट्टी...जानें यहां पूरी बात

By Amitabh Kumar | September 27, 2024 5:02 PM
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Maternity Leave : ओडिशा सरकार ने गुरुवार को एक ऐतिहासिक फैसला किया है. सरकार ने अहम कदम उठाते हुए सरोगेसी के जरिए माता-पिता बनने वाले कर्मचारियों को मैटरनिटी लीव देने के नए प्रावधानों की घोषणा की है. नई नीति के तहत, राज्य सरकार की महिला कर्मचारियों को 180 दिनों का मैटरनिटी लीव मिलेगा, जबकि पुरुष कर्मचारियों को 15 दिनों का लीव मिलेगा. यह नीति केंद्र सरकार द्वारा पहले से लागू किए गए समान प्रावधानों को दर्शाती है.

मैटरनिटी लीव के लिए क्या है शर्त?

आधिकारिक अधिसूचना इसको लेकर जारी की गई है जिसके अनुसार, सरोगेसी के माध्यम से मां बनने वाली महिला राज्य कर्मचारी, जिन्हें ‘कमीशनिंग मदर्स’ कहा जाता है, 180 दिनों के मैटरनिटी लीव के लिए पात्र हैं. राज्य सरकार की कोई महिला कर्मचारी, जिसके दो से कम जीवित बच्चे हों और जो सरोगेट मां बनती है, वह 180 दिनों के लीव ले सकेंगी. पुरुष राज्य कर्मचारी, या ‘कमीशनिंग पिता’, जो सरोगेसी के माध्यम से बच्चा पैदा करते हैं, वे 15 दिनों के लीव के लिए पात्र होंगे. यह लीव बच्चे के जन्म के छह महीने के भीतर लिया जाना चाहिए और केवल तभी लागू होता है.

राज्य का निर्णय केंद्र सरकार के सरोगेसी लीव प्रावधानों के अनुरूप है, जिसे 18 जून, 2024 की अधिसूचना में औपचारिक रूप दिया गया था. नई नीति की व्यापक रूप से प्रशंसा की गई है क्योंकि यह परिवारों के निर्माण के विविध तरीकों, विशेष रूप से सरोगेसी के माध्यम से, को मान्यता देने की दिशा में एक बहुत ही अच्छा कदम है.

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कर्मचारी कल्याण विभाग ने क्या दी जानकारी

ओडिशा के कर्मचारी कल्याण विभाग के प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि मातृत्व और पितृत्व अवकाश नीतियों में सरोगेसी को शामिल करना माता-पिता बनने के विविध तरीकों के बारे में बढ़ती समझ को दर्शाता है. सरकार का यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि सभी माता-पिता, चाहे वे बच्चे पैदा करने के किसी भी तरीके से क्यों न हों, अपने बच्चे के जीवन के महत्वपूर्ण शुरुआती महीनों के दौरान साथ रहें. इस नीति से सरोगेसी के माध्यम से माता-पिता बनने वाले राज्य सरकार के कर्मचारियों को महत्वपूर्ण राहत मिलने की उम्मीद है.

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